शिअद ने कांग्रेस को कमजोर करने लिए घसीटपुरा के जरिए खेला दांव
। जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह घसीटपुरा ने जहरीली शराब के मामले में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर खडूर साहिब हलके की सियासत को नया मोड़ दे दिया है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, खडूर साहिब : जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह घसीटपुरा ने जहरीली शराब के मामले में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर खडूर साहिब हलके की सियासत को नया मोड़ दे दिया है। घसीटपुरा ने जहरीली शराब से हुई मौतों के लिए कैप्टन सरकार को जिम्मेदार करार देते हुए भले ही अपने सियासी भविष्य पर चुप्पी साध ली है। परंतु समझा जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) द्वारा कांग्रेस को कमजोर करने के लिए घसीटपुरा से इस्तीफा दिलाया गया है। आने वाले दिनों में घसीटपुरा को शिअद में शामिल करने की भी तैयारी हो चुकी है।
विधानसभा हलका खडूर साहिब से दूसरी बार विधायक बने रमनजीत सिंह सिक्की की खडूर साहिब से गैर हाजरी व पूर्व सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा के शिअद से बाहर जाने के बाद खडूर साहिब हलके में शिअद को नए नेता की भी तलाश थी। जिसके चलते शिअद ने कांग्रेस विधायक सिक्की के करीबी व टकसाली कांग्रेस मंजीत सिंह घसीटपुरा से गत दिन पूर्व बैठक करके उनको पार्टी में अच्छी जगह एडजस्ट करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद ही घसीटपुरा ने मुख्यमंत्री को जहरीली शराब मामले में जिम्मेदार करार देते हुए अपनी ही पार्टी के विधायक व पीए की कारगुजारी पर भी सवाल उठाए।
सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में घसीटपुरा का शिअद में जाना तय है। इसके लिए शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को इशारा भी दिया है। लंबे समय से शिअद से जुड़े रहे रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा द्वारा अकाली दल टकसाली का गठन करने के बाद खडूर साहिब में शिअद को लीडरशिप की महसूस हो रही कमी दूर होती है या नहीं, यह आने वाला समय ही बताएगा। परंतु घसीटपुरा के त्याग पत्र से माझे में कांग्रेस में बगावती सुर तेज हो गए हैं। हालांकि घसीटपुरा का कहना है कि यह त्यागपत्र उन्होंने अपने जमीर की आवाज पर दिया है। उन्होंने अपने सियासी भविष्य को लेकर अभी कुछ कहने से मना कर दिया।
सीएम को बिना देरी पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए : वल्टोहा
शिअद के प्रवक्ता विरसा सिंह वल्टोहा का कहना है कि जहरीली शराब मामले में अब कांग्रेस नेता ही अपनी सरकार को घेर रहे हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को चाहिए कि बिना देरी अपने पद से त्यागपत्र दे दें। वल्टोहा ने कहा कि जहरीली शराब का मामला कांग्रेस सरकार को ले डूबेगा।