दर्शनी ड्योढ़ी गिराने पर दिखाए तेवर, सिरलत्थ खालसा जत्थेबंदी ने दिया धरना
जागरण संवाददाता तरनतारन तरनतारन के श्री दरबार साहिब तरनतारन की ऐतिहासिक तरनतारन तरनतारन के श्री दरबार साहिब तरनतारन की ऐतिहासिक दर्शनी ड्योढ़ी गिराने का विरोध शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन
तरनतारन के श्री दरबार साहिब तरनतारन की ऐतिहासिक दर्शनी ड्योढ़ी गिराने का विरोध शुरू हो गया है। सिरलत्थ खालसा जत्थेबंदी के सदस्य देर रात तक धरने पर बैठे रहे। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब की कारसेवा करने वाले बाबा जगतार सिंह कारसेवा वालों पर केस दर्ज करने की मांग भी की। सिख विद्वान बलदेव सिंह वडाला ने एसजीपीसी प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल से इस्तीफा मांगा है। इस घटना में गुरुद्वारा सहिब के मैनेजर प्रताप सिंह की भूमिका संदिग्ध लगी, जिस कारण उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। मौके पर हालात तनावपूर्ण हुए तो डीएसपी कमलजीत सिंह औलख पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे और संगत को शांत किया। रविवार को एसजीपीसी प्रधान ने हालात का जायजा लिया। उनके साथ एसजीपीसी के मुख्य सचिव रूप सिंह, पूर्व अध्यक्ष अलविंदरपाल सिंह पखोके, सदस्य खुशविंदर सिंह भाटिया, गुरमीत सिंह बूह, सुखदेव सिंह भूरा कोहना, सुखवर्ष सिंह पन्नू, इंजीनियर सुखमिंदर सिंह, हरजीत सिंह लालूघुमण, तेजिंदर सिंह पड्डा भी मौजूद थे। मौके पर पहुंचे नगर कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष भूपिंदर सिंह खेड़ा, पार्षद सरबजीत सिंह लाली, यादविंदर सिंह यादू, हरप्रीत सिंह भीता व अमनिंदर सिंह नीना ने कहा कि एसजीपीसी द्वारा जो कार्रवाई अमल में लाई गई है, उस पर कोई संदेह नहीं करना चाहिए। वहीं तोड़ी गई दर्शनी ड्योढ़ी का मलबा बीर खालसा गतका दल के अलावा संगत ने उठाया।
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सभी फोटो : गुरप्रीत सिंह लवली