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पाक के पूर्व पीएम की रिहाई पर जाति उमरा में जश्न

जाती उमरा (तरनतारन): भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ फैसला सुनाया गया था। इसके बाद मीयां को पीएम पद छोड़ना पड़ा और जेल भी जाना पड़ा। इस्लामाबाद हाई कोर्ट द्वारा शरीफ परिवार की सजा पर रोक लगाने का फैसला आते ही गांव जाति उमरा के लोग बागो बाग दिखे। जिला तरनतारन का यह गांव पाक के पूर्व प्रधान मंत्री मीयां नवाज शरीफ का पुश्तैनी गांव है। मीयां की परिवारिक हवेली में अब गुरुद्वारा साहिब है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 05:49 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 05:49 PM (IST)
पाक के पूर्व पीएम की रिहाई पर जाति उमरा में जश्न
पाक के पूर्व पीएम की रिहाई पर जाति उमरा में जश्न

धर्मबीर सिंह मल्हार, जाती उमरा (तरनतारन): भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ फैसला सुनाया गया था। इसके बाद मीयां को पीएम पद छोड़ना पड़ा और जेल भी जाना पड़ा। इस्लामाबाद हाई कोर्ट द्वारा शरीफ परिवार की सजा पर रोक लगाने का फैसला आते ही गांव जाति उमरा के लोग बागो बाग दिखे।

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जिला तरनतारन का यह गांव पाक के पूर्व प्रधान मंत्री मीयां नवाज शरीफ का पुश्तैनी गांव है। मीयां की परिवारिक हवेली में अब गुरुद्वारा साहिब है। भ्रष्टाचार के मामले में सजा होने पर नवाज शरीफ से पाक प्रधान मंत्री का पद छीन लिया गया। उस समय गांव के गुरुद्वारा साहिब में ग्रामीणों द्वारा अरदास की गई थी। दैनिक जागरण की टीम जब गांव जाति उमरा पहुंची तो गुरद्वारा साहिब में लोग एकत्रित हो गए। ग्रंथी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि जब वर्षो पहले मीयां नवाज शरीफ को प्रधान मंत्री पद से हटा कर जनरल परवेज मुशरफ ने गद्दी संभाली थी तो मीयां जी के जीवन पर अंकुश लग गया था। उस समय इसी गुरुद्वारा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब करवाया गया था। 1200 की आबादी वाले गांव के सरपंच दिलबाग सिंह ने बताया कि मीया नवाज शरीफ के परिवार पर जब भी कोई विपदा पड़ी तो गांव के गुरुद्वारा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब रखवाए गए। हर बार शरीफ परिवार का कष्ट टला। गांव बुजुर्ग चौंकीदार हरबंस सिंह बंसा, उसकी पत्नी सर्वण कौर ने नवाज शरीफ परिवार की पुश्तैनी जानकारीे वाले उर्दू में लिखित कुछ दस्तावेज दिखाए। इस दंपती का कहना है कि मीया नवाज शरीफ पूरी तरह शरीफ है। बुजुर्ग जोगिंदर सिंह, ज्ञान कौर, जगीर सिंह कहते है कि आने वाले समय में मीयां नवाज शरीफ पाक की सियासत में फिर चमकेंगे। ग्रामीणों को रोजगार पर लगाया था शरीफ ने मीयां नवाज शरीफ द्वारा जाती उमरा गांव से संबंधित डेढ़ दर्जन परिवारों को दोहा कतर में रोजगार पर लगाया है। महिला बचन कौर, राज कौर, चंद कौर, गुलशन ने बताया कि तीन बार पाक के प्रधान मंत्री बनने वाले मीयां नवाज शरीफ अपने पुश्तैनी गांव से जुड़े रहे हैं। 2012 में मीयां जी के छोटे भाई मीयां शहबाज शरीफ जब परिवार समेत गांव आए थे तो बादल सरकार ने गांव के विकास की पौ बारह कर दी थी।


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