भाई को फंसाने लिए ही मां की मौत के बाद भोग के प्रसाद में मिलाई थी सल्फास
भाई को मकान से निकालने लिए छोटे भाई इंद्रजीत सिंह इंद्र ने ऐसी घटिया करतूत को अंजाम दिया जो कई लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती थी।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : बर्फ बेचकर परिवार का गुजारा करने वाले भाई को मकान से निकालने लिए छोटे भाई इंद्रजीत सिंह इंद्र ने ऐसी घटिया करतूत को अंजाम दिया, जो कई लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती थी। अपनी मां की मौत के बाद भोग के दौरान बांटे जाने वाले प्रसाद में सल्फास की गोलियां मिला दीं। आरोपित को बुधवार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे वीरवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
वार्ड नंबर 19 स्थित गली माता लच्छो वाली निवासी बुजुर्ग महिला शरनजीत कौर की मौत हो गई थी। भोग की रस्म चार जुलाई को रखी गई। शरनजीत कौर का बड़ा बेटा रघबीर सिंह बीरा बर्फ बेचने का काम करता है, जबकि छोटा बेटा इंद्रजीत सिंह इंद्र रिक्शा चालक है। दोनों भाइयों की आपस में नहीं बनती थी। रघबीर सिंह बीरा तीन बच्चों का पिता है। तीन वर्ष पहले उसकी पत्नी की मौत हो गई थी, जबकि इंद्रजीत सिंह इंद्र एक दिव्यांग बच्चे का पिता है। जमीन हड़पने के लिए इंद्रजीत ने मां शरनजीत कौर के भोग के दौरान बांटे जाने वाले प्रसाद में सल्फास की गोलियां मिला दीं। इससे तीन मासूम बच्चों समेत 12 लोगों की हालत बिगड़ गई थी। इस बाबत पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल ने बताया कि चार दिन की जांच के बाद मामला साफ हो गया। इंद्र की नजर उस मकान पर थी, जिसमें उसके साथ बड़ा भाई रघबीर सिंह बीरा भी रहता है।
इंद्र ने पुलिस के समक्ष कबूल किया गुनाह
आरोपित इंद्रजीत सिंह इंद्र को धारा 328 आइपीसी (भोजन में जहरीला पदार्थ मिलाने) बाबत नामजद करके गिरफ्तार कर लिया गया है। इंद्र ने पुलिस समक्ष अपना गुनाह भी कबूल कर लिया। उसने बताया कि भाई को मकान से निकालने लिए यह साजिश रची थी। हालांकि उसने पुलिस समक्ष शर्मिदगी भी महसूस की। डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल ने बताया कि इंद्रजीत सिंह इंद्र को वीरवार अदालत में पेश किया जाएगा।