भोले दी बरात चली गज वज के.. पर झूमे शिवभक्त
। शहर और आसपास के क्षेत्र में महाशिवरात्रि का पवित्र त्योहार पारंपरिक मर्यादा के अनुसार श्रद्धा व उत्साह पूर्वक मनाया गया।
संवाद सहयोगी, तरनतारन: शहर और आसपास के क्षेत्र में महाशिवरात्रि का पवित्र त्योहार पारंपरिक मर्यादा के अनुसार श्रद्धा व उत्साह पूर्वक मनाया गया। विभिन्न मंदिरों में सुबह से ही भगवान शिव का जल अभिषेक करने वाले भक्तों की लंबी लंबी कतारें लगी रहीं।
श्रद्धालुओं ने श्रद्धा भाव से भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। उन्हें बेलपत्र, धतूरा, भांग, दूध, दही, धूप-दीप, चंदन एवं प्रसाद अर्पित किया गया। मंदिरों में महिलाओं द्वारा सारा दिन संकीर्तन कर शिव महिमा का गुणगान किया गया।
शहर के कई मंदिरों में शिव विवाह के कार्यक्रम भी हुए। शिव के अनन्य भक्त कहलाने वाले जंगमों ने भगवान शिव का विवाह प्रसंग विशिष्ट शैली में सुनाया। मंदिरों में सत्संग जारी रहा और श्रद्धालु बम बम भोले की मस्ती में झूमते हुए नजर आए और जयकारे लगाते रहे। वहीं, महाशिवरात्रि को लेकर शहर के अलग-अलग बाजारों एवं चौक चौराहों पर लोगों द्वारा काफी संख्या में लंगर लगाए गए। स्थानीय शिवालय मंदिर, श्री चिंतपूर्णी स्वर्ण मंदिर, श्री मदन मोहन मंदिर, माता कौला देवी मंदिर सहित शहर के समीपवर्ती गाव में स्थित मंदिरों में भी यह पर्व धूमधाम से मनाया गया।
श्री शिवालय मंदिर के पंडित ईश्वर शर्मा ने बताया कि हिंदू सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि का बहुत महत्व है क्योंकि आज के दिन शिव भगवान पृथ्वी लोक पर आते हैं और सभी भक्तों को आशीर्वाद देकर उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। तहसील चौक में पृथ्वीराज चावला के परिवार की ओर से विशाल लंगर भंडारा लगाया गया। इसका उद्घाटन डॉ. संदीप अग्निहोत्री ने किया और शहरवासियों को महाशिवरात्रि की बधाई दी।
इस मौके पर कश्मीर सिंह भोला, गुरदीप सिंह पाहवा, अवतार सिंह तनेजा, रितिक अरोड़ा, कैमिस्ट आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष गगनदीप सिंह चावला, चेयरमैन सुखबीर सिंह सग्गू, पवन चावला, रमन चावला, हरिदर सिंह राणा आदि ने लंगर में सेवा निभाई। फोटो बी- महाशिवरात्रि के मौके पर दोबुर्जी के शिव मंदिर में माथा टेकते हुए दंपती। -जागरण