कैरों परिवार ने अभी तक साझा नहीं की बीबी जागीर कौर के साथ स्टेज
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस व शिअद के बीच बराबर की रेस लगी हुई है। इस रेस के बीच शिअद प्रत्याशी बीबी जागीर कौर ने पट्टी हलके में कैरों परिवार के साथ अभी तक एक भी स्टेज सांझी नहीं की गई। कैरों परिवार इस हलके में अपने अंदाज से चुनाव प्रचार कर रहा है। ऐसे में शिअद के वर्करों में असमंजस का माहौल पाया जा रहा है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : लोकसभा चुनाव में कांग्रेस व शिअद के बीच बराबर की रेस लगी हुई है। इस रेस के बीच शिअद प्रत्याशी बीबी जागीर कौर ने पट्टी हलके में कैरों परिवार के साथ अभी तक एक भी स्टेज सांझी नहीं की गई। कैरों परिवार इस हलके में अपने अंदाज से चुनाव प्रचार कर रहा है। ऐसे में शिअद के वर्करों में असमंजस का माहौल पाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों की तीसरी पीढ़ी प्रदेश की सियासत का एक हिस्सा मानी जाती है। प्रताप सिंह कैरों के बाद उनके लड़के सुरिंदर सिंह कैरों तरनतारन से एक बार कांग्रेस की ओर से सांसद रह चुके है। सुरिंदर सिंह कैरों के छोटे भाई गुरिंदर प्रताप सिंह कैरों दो बार लोकसभा व एक बार तरनतारन से विधानसभा चुनाव कांग्रेस की टिकट पर हार चुके है।
सुरिंदर सिंह कैरों के लड़के आदेश प्रताप सिंह कैरों ने 1997 में शिअद ज्वाइंन किया था। उस समय आदेश प्रताप सिंह कैरों पट्टी हलके से पहली बार विधायक का चुनाव जीतकर प्रकाश सिंह बादल की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे। कैरों ने 2002, 2007 में भी विधायक का चुनाव जीता था। 2012 के चुनाव में कैरों महज 89 मतों से चुनाव जीत थे। इस चुनाव में कांग्रेस की ओर से हरमिंदर सिंह गिल ने कैरों को कड़ी टक्कर दी थी।
2014 के लोकसभा चुनाव में हरमिंदर सिंह गिल ने खडूर साहिब से कांग्रेस की टिकट पर किस्मत आजमाई थी। इस चुनाव में शिअद को 62 हजार 326 वोट मिले। जबकि कांग्रेस को 47630 वोट नसीब हुए। पट्टी हलके से कांग्रेस को 14696 मतों से हार का सामना करना पड़ा था। आम आदमी पार्टी (आप) को इस हलके से 9 हजार वोट मिली थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में हरमिंदर सिंह गिल ने आदेश प्रताप सिंह कैरों को 8363 मतों से हराया था। कांग्रेस के हरमिंदर गिल को 64617, शिअद के कैरों को 56254 वोट मिले थे। इस बार आप प्रत्याशी रंजीत सिंह चीमा 18984 वोट लेने में कामयाब हुए थे। मतलब कि लोकसभा 2014 के मुकाबले विधानसभा 2017 में आप का वोट बैंक डबल हो गया। मौजूदा लोकसभा चुनाव की बात करें तो जागीर कौैर पट्टी हलके में आदेश प्रताप सिंह कैरों के साथ एक भी स्टेज सांझी नहीं कर पाई। सूत्रों की मानें तो कैरों परिवार नहीं चाहता कि बीबी जागीर कौर पट्टी हलके में चुनाव प्रचार करें।
लोकसभा चुनाव के दो सप्ताह के दौरान पूर्व मंत्री कैरों ने केवल पांच दिन ही पट्टी हलके में लगाए गए है। जागीर कौर इस हलके में चुनाव प्रचार को तरजीह क्यों नहीं दे रही। यह अभी राज की बात है। हालांकि कौर कहती है कि कैरों परिवार के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध है। चुनाव प्रचार में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही। बीबी खालड़ा ने भी तेज की सरगर्मी
पीडीए प्रत्याशी बीबी परमजीत कौैर खालड़ा ने इस हलके में चुनाव प्रचार तेज किया है। पीडीए से जुड़े विभिन्न नेता इस हलके में अपना चुनाव प्रचार करते हुए बीबी खालड़ा की जीत के लिए दिन रात एक कर रहे है।