मोदी व कैप्टन की नीतियों से हर वर्ग दुखी: गंडीविंड
भूख हड़ताल के पांचवे दिन मिड-डे मील व आशा वर्करों ने नारेबाजी की।
जासं, तरनतारन: विधानसभा चुनाव के मौके कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा मुलाजिम वर्ग को उनके हकों और हितों के लिए कई तरह का भरोसा दिया गया, परंतु सीएम बनते ही सब कुछ भुलाकर मुलाजिम विरोधी नीति अपनाई जाने लगी। इसके खिलाफ राज्य भर के मुलाजिमों में रोष पाया जा रहा है। यह कहना है यूटी मुलाजिम व पेंशनर्स साझा फ्रंट के नेता गुरप्रीत सिंह गंडीविंड का।
भूख हड़ताल के पांचवे दिन मिड-डे मील व आशा वर्करों सीमा सोहल, गुरवंत कौर, रंजीत कौर, रजवंत कौर, चरन कौर, मंजीत कौर मलिया, इंद्रजीत कौर, निर्मल कौर, प्रभजोत कौर, चरनजीत कौर को सम्मानित किया गया। बख्शीश सिंह जवंदा, कार्ज सिंह कैरों, जसबीर सिंह पंडोरी, पूरन दास, लखविंदर सिंह बहिला, स्वर्ण सिंह, नरिदर बेदी, सुच्चा सिंह, जरनैल सिंह, अमृतपाल सिंह, अजमेर सिंह, बलजिंदर सिंह ने कहा कि राज्य भर के विभिन्न विभागों में खाली असामियों को बिना देरी भरा जाए। कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए। छठे वेतन कमिशन की रिपोर्ट को बिना देरी लागू किया जाए। गंडीविंड ने कहा कि 23 सितंबर को डिप्टी कमिश्नर कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करके ज्ञापन सौंपे जाएंगे। साथ ही 25 सितंबर के पंजाब बंद को समर्थन देने का फैसला किया गया। मुलाजिमों ने निकाला मोटरसाइकिल मार्च
सरकारी मुलाजिमों, आशा वर्करों व मिड-डे मील वर्करों ने शहर में लाल झंडे लेकर मोटरसाइकिल रैली निकाली। इस मौके चरन कौर, रजवंत कौर, रंजीत कौर, गुरवंत कौर ने कहा कि कैप्टन सरकार को जगाने के साथ-साथ सरकार की मुलाजिम विरोधी नीति से आम लोगों को अवगत करवाने लिए मोटरसाइकिल मार्च निकाला गया।