चार दिन की छुंिट्टयों के बाद उड़ी सेहत विभाग की नींद
चार दिन लगातार सरकारी छुट्टियों का आनंद ले रहे सेहत विभाग की बुधवार को नींद उड़ गई।
अभिषेक जोशी, तरनतारन : चार दिन लगातार सरकारी छुट्टियों का आनंद ले रहे सेहत विभाग की बुधवार को नींद उड़ गई। जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 152 से अधिक हो गई है, हालांकि 227 मरीजों की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले भर में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है। सेहत विभाग द्वारा दो दिन पहले दावा किया था कि सर्दी के दौरान पारा गिरते ही डेंगू का मच्छर मर जाएगा, परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। शनिवार, रविवार, सोमवार और मंगलवार को चार सरकारी छुट्टियां रही। बुधवार को सरकारी अस्पताल खुलते ही डेंगू के मरीजों की कतारें लग गई। 375 संदिग्ध मरीजों में से 152 मरीज डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं, जबकि 227 मरीजों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। डेंगू मरीजों लिए बनाई गई वार्ड में कुल छह मरीज भर्ती हैं। गांव कक्का कंडियाला में डेंगू से पीड़ित 24 मरीजों में से 10 मरीज अभी ठीक हो पाए हैं, जबकि 14 मरीज अभी भी डेंगू से पीड़ित हैं। तरनतारन शहर की बात करें तो यहां पर डेंगू का लारवा बड़े स्तर पर फैला हुआ है। डेंगू से पीड़ित शहरी मरीजों की संख्या 42 बताई जा रही है।
स्पेशल डेंगू वार्ड मरीजों से भरा
डेंगू के टेस्ट लिए आए मरीज मेवा सिंह, जसबीर कौर, अजीत कौर, राज रानी, दलबीर सिंह, केवल कुमार, सुच्चा सिंह, राम सरूप, बलजीत कौर, राम धवन, धन्ना सिंह ने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए अस्पताल में बनाई गई वार्ड पूरी तरह से फुल है, जिसके कारण अन्य मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि डेंगू के कारण मरीजों में प्लेटलेट कम हो रहे है, जिसके संबंध में सिविल अस्पताल में कोई भी दवा उपलब्ध नहीं है।
पानी और तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें मरीज : धवन
जिला मलेरिया अधिकारी स्वर्णजीत धवन ने कहा कि चार दिन की छुट्टियों के बाद डेंगू मरीजों की संख्या 152 तक पहुंच चुकी है। निजी अस्पतालों से रिपोर्ट मांगी गई है कि वे मरीजों की संख्या की सही जानकारी रोजाना मुहैया करवाए। डॉ. धवन कहते है कि प्लेटलेट की कमी के चलते पानी और तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लेने जरूरी है। मरीज को आराम की सख्त जरूरत होती है।