गुरपाल और रछपाल ने शराब तस्करी से बनाई करोड़ों की संपत्ति
जहरीली शराब के कारण माझा के तीन जिलों में 100 से अधिक लोगों की मौत के जिम्मेदार माने जा रहे रछपाल सिंह शाली व गुरपाल सिंह पाली निवासी ढोटियां की चल-अचल जायदाद का विवरण जुटाने में पुलिस लग गई है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
जहरीली शराब के कारण माझा के तीन जिलों में 100 से अधिक लोगों की मौत के जिम्मेदार माने जा रहे रछपाल सिंह शाली व गुरपाल सिंह पाली निवासी ढोटियां की चल-अचल जायदाद का विवरण जुटाने में पुलिस लग गई है। नशे के धंधे से जुड़े इन दोनों भाइयों ने 17 वर्ष के दौरान करोड़ों की संपत्ति बनाई है, जबकि रिश्तेदारों के बैंक खातों में भी ढेर सारे पैसे जमा कर रखे हैं।
विधानसभा हलका पट्टी में पड़ते गांव ढोटियां निवासी बूटा सिंह ने आतंकवाद के दौर में अवैध शराब का कारोबार शुरू किया था। इसके बाद पोस्त चूरा बेचने का काम भी चलता रहा। बूटा सिंह के दो बेटे रछपाल सिंह शाली व गुरपाल सिंह पाली भी पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए नशे की दलदल का शिकार हुए। अकाली सरकार के दौरान बूटा सिंह गांव का दो बार पंच रह चुका है। हालांकि उसके खिलाफ नशा तस्करी के कई मामले दर्ज थे। बूटा सिंह की मौत के बाद दोनों लड़कों ने नशे के कारोबार को बड़े स्तर पर गांव का नाम बदनाम किया। पहले इनका छोटा-सा मकान होता था। 17 वर्ष के दौरान दोनों भाइयों ने गांव में दो आलीशान कोठियां बना लीं। पाली ने कर रखी हैं पांच शादियां, हर पत्नी के लिए अलग कोठी
गुरपाल सिंह पाली वर्षो पहले सेना में सिलेक्ट हुआ था। सिलेक्शन के बाद मेडिकल की तैयारी चल रही थीं। मेडिकल से तीन दिन पहले पुलिस ने छापामारी करके घर में बने बंकर से 16 बोरी चूरापोस्त बरामद कीं। इसके बाद गुरपाल सिंह पाली अपने पिता के साथ जेल में रहा था। जेल में रहते हुए पाली के संपर्क लगातार बढ़ते गए। अब इनके पास करोड़ों को चल-अचल संपत्ति है। गुरपाल सिंह पाली ने कथित तौर पर पांच शादियां कर रखी हैं। सभी बीवियों को अलग-अलग स्थानों पर कोठियां बनाकर दी हैं। हाल ही में तरनतारन में 26 लाख का एक प्लाट भी खरीदा है। दोनों भाइयों के पास करीब आधा दर्जन लग्जरी कारें हैं। दोनों ने बुलेट मोटरसाइकिल भी रखे हैं, जिनका नंबर 786 है। दिल्ली और हरियाणा में भी है नैटवर्क
पाली के साथ मिलकर रछपाल सिंह शाली ने दिल्ली और हरियाणा में अंतरराष्ट्रीय नशा तस्करी के साथ नैटवर्क बना रखा है। जहरीली शराब मामले में मास्टरमाइंड घोषित दोनों भाइयों में से गुरपाल सिंह पाली को प्रोटेक्शन वारंट पर गिरफ्तार करके पुलिस ने कई सुराग लगाए है, जबकि रछपाल सिंह शाली अपनी गिरफ्तारी के डर कारण भूमिगत बताया जाता है। शराब तस्करी के साथ-साथ समाज सेवा में भी हैं आगे
गांव में पीर की मजार पर ये दोनों भाई पक्के सेवादार हैं। हर वर्ष मजार पर लगाए जाने वाले मेले में लाखों रुपये भी खर्च करते रहे हैं। गांव में गरीब लोगों की मदद के लिए यह दोनों भाई आगे रहे हैं। खास करके लड़कियों के विवाह समागम में लाखों रुपये दान के रूप में देते रहते हैं। इसके चलते गांव में इन दोनों भाइयों की अच्छी पैठ है। कोई भी ग्रामीण इन दोनों भाइयों के खिलाफ आवाज नहीं उठाता। जब्त की जाएगी दोनों की जायदाद: एसपी
एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया का कहना है कि जहरीली शराब के मामले से जुड़े आरोपितों की जायदाद जब्त करने का सरकार द्वारा फैसला लिया गया है। गांव ढोटियां निवासी आरोपित रछपाल सिंह शाली, गुरपाल सिंह पाली के खिलाफ राज्य में 22 के करीब मुकदमे पहले से चल रहे हैं, जबकि जहरीली शराब के मामले में एक एफआइआर थाना सदर में दर्ज है। बाकी आरोपितों की तरह दोनों की जायदाद भी जब्त की जाएगी।