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राज्य में ठोस कचरा के दो तिहाई चार बड़े शहरों से

तरनतारन : पंजाब के चार प्रमुख शहर लुधियाना, अमृतसर, जालंधर और पटियाला हर साल राज्य में ठोस कचरे की समस्या में दो तिहाई की वृद्धि कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Jul 2018 07:44 PM (IST)Updated: Mon, 23 Jul 2018 07:44 PM (IST)
राज्य में ठोस कचरा के दो तिहाई चार बड़े शहरों से
राज्य में ठोस कचरा के दो तिहाई चार बड़े शहरों से

जागरण संवाददाता, तरनतारन : पंजाब के चार प्रमुख शहर लुधियाना, अमृतसर, जालंधर और पटियाला हर साल राज्य में ठोस कचरे की समस्या में दो तिहाई की वृद्धि कर रहे हैं। लुधियाना अकेले 2.9 प्रतिशत ठोस कचरा तैयार करता है और अमृतसर में 15 प्रतिशत का इजाफा करता है। राज्य में ठोस अपशिष्ट की समस्या हर साल 5 प्रतिशत बढ़ रही है। पंजाब के आकड़ों की बात की जाए तो सूबे का हर आदमी 600 ग्राम ठोस अपशिष्ट पैदा करता है। यह खुलासा गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर के वनस्पति व पर्यावरण विज्ञान के प्रो. डॉ. आदर्श पाल ने पंचनाड़ स्टडी सेंटर द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट विषय पर आयोजित सेमिनार में किया।

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उन्होनें बताया कि अभी तक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की परियोजनाओं के नतीजे प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं आ रहे हैं बल्कि हर और कचरे के ढेर बढ़ रहे हैं।ं यह कचरे के ढे़र जहरीली गैसों का उत्पादन करे रहे है जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे है। इसके अलावा प्लास्टिक के निरंतर उपयोग ने वर्तमान स्थिती को ओर खराब कर दिया है यहा तक कि इससे खाद्य उत्पाद भी विषैले हो रहे है। उन्होंने लोगों से अपील की कि प्लास्टिक उत्पादों का प्रयोग कम कर सॉल्डि वेस्ट मैनेजमेंट को शुरू कर हमें वातावरण को शुद्व करने में अपना योगदान देना चाहिए ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी दूषित वातावरण का शिकार ना हो सके।


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