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सियासी आशीर्वाद से दहशत के अर्श तक पहुंचा अफरीदी

जालंधर के पास कार में घूम रहे कोबरा गैंग के मुखी इकबाल सिंह अफरीदी की गिरफ्तारी के बाद तरनतारन पुलिस ने राहत की सांस ली है। उसे काउंटर इंटेलीजेंस व जालंधर देहाती पुलिस ने बीते दिन गिरफ्तार किया था। बताने योग्य है कि 27 अगस्त को गोइंदवाल साहिब में गैंगवार हुई थी जिसमें 4 युवा मारे गए। जिस पर थाना गोइंदवाल साहिब में एफआइआर नंबर 133 में अफरीदी को मुख्य आरोपित नामजद किया गया। आरोपित की तलाश में पंजाब पुलिस जगह-जगह पर छापेमारी कर रही थी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 05:26 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 05:26 PM (IST)
सियासी आशीर्वाद से दहशत के अर्श तक पहुंचा अफरीदी

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : जालंधर के पास कार में घूम रहे कोबरा गैंग के मुखी इकबाल सिंह अफरीदी की गिरफ्तारी के बाद तरनतारन पुलिस ने राहत की सांस ली है। उसे काउंटर इंटेलीजेंस व जालंधर देहाती पुलिस ने बीते दिन गिरफ्तार किया था। बताने योग्य है कि 27 अगस्त को गोइंदवाल साहिब में गैंगवार हुई थी जिसमें 4 युवा मारे गए। जिस पर थाना गोइंदवाल साहिब में एफआइआर नंबर 133 में अफरीदी को मुख्य आरोपित नामजद किया गया। आरोपित की तलाश में पंजाब पुलिस जगह-जगह पर छापेमारी कर रही थी। पुलिस ने अफरीदी तक पहुंचने के लिए पूरा जोर लगा दिया। सूबे में सक्रिय सूत्रों को पूरी जानकारी आरोपित की भेजी गई। इसके बाद गुप्त सूचना मिलते ही पुलिस ने जालंधर में अफरीदी को कार सहित दबोचा। वहीं अब सोशल मीडिया पर नेताओं के साथ कोबरा गैंग के सरगना की फोटो वायरल होने से बड़ा खुलासा हुआ कि अफरीदी के राजनीतिक संबंध भी काफी अच्छे हैं। समय-समय पर जिले के कस्बा फतेहाबाद का रहने वाला इकबाल सिंह अफरीदी (32) सियासी नेताओं की शरण लेता रहा है। 2012 के विस चुनाव में रमनजीत सिंह सिक्की और 2016 में खडूर साहिब के उप चुनाव में सियासी पाला बदलकर सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा के साथ जुड़ गया, फिर 2017 के विस चुनाव में दोबारा कांग्रेस में आ गया। पूर्व मंत्री राण गुरजीत सिंह व कांग्रेस विधायक रमनजीत सिंह सिक्की के साथ अफरीदी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं। हालांकि उक्त दोनों नेता गैंगस्टर के साथ पहचान होने से मना कर रहे हैं। उनका कहना है कि कई लोग तस्वीरें खिंचवा लेते हैं, मतलब यह तो नहीं अच्छी पहचान हो।

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दहशत में थे दुकानदार, पलायन करने को थे तैयार

अफरीदी का आतंक इतना कस्बे में फैल गया कि फतेहाबाद से संबंधित एक समुदाय के दुकानदारों ने यहां से पलायन करने का मन बनाया लिया था। स्थिति को देखते हुए 2007 में स्वास्थ मंत्री लक्ष्मीकांत चावला तत्कालीन एसएसपी पीके राय को साथ लेकर फतेहाबाद पहुंचे। उस समय मंत्री रहे चावला ने दुकानदारों की सुरक्षा को यकीनी बनाने का आश्वासन दिया।

20 केस दर्ज, 11 में बरी, दो में भगोड़ा

अफरीदी के खिलाफ 20 मुकदमे दर्ज है। इनमें से तीन मुकदमों में उसे सजा हो चुकी है। दो मुकदमों में भगोड़ा और चार मामले अदालत में विचाराधीन है। इसके साथ ही 11 मुकदमों में वह बरी भी हो चुका है।

क्राइम ब्रांच गहराई से कर रही गैंगवार की जांच

गोइंदवाल साहिब में हुई गैंगवार की जांच स्थानीय पुलिस द्वारा आगे नहीं बढ़ पाई थी। जिसके चलते मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। गैंगवार में अब इकबाल सिंह अफरीदी को छोड़कर, प्रभजीत सिंह, गुरलाल सिंह, गुरसेवक सिंह को पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इसी एफआइआर में नामजद साहिलप्रीत सिंह, गुरजंट सिंह व अर्शप्रीत सिंह नामक युवक मौके पर मारे गए थे।


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