जमीन खरीद की धोखाधड़ी में करनाल की तीन बहनों और तरनतारन के दो पत्रकारों पर केस दर्ज
नगर सुधार ट्रस्ट की ओर से शापिग कांप्लेक्स बनाने के लिए अधिग्रहण की गई सात कनाल जमीन के मामले में 78 लाख की ठगी की गई है।
जासं, तरनतारन: नगर सुधार ट्रस्ट की ओर से शापिग कांप्लेक्स बनाने के लिए अधिग्रहण की गई सात कनाल जमीन के मामले में 78 लाख की ठगी की गई है। इस मामले में हरियाणा निवासी तीन बहनों के अलावा दो स्थानीय पत्रकारों के विरुद्ध थाना सिटी पुलिस ने वीरवार को मुकदमा दर्ज किया। यह केस गिल डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक डा. जेपी सिंह की ओर से डीजीपी पंजाब को दी शिकायत की जांच के बाद दर्ज किया गया है।
डा. जेपी सिंह (जतिदरपाल सिंह) ने बताया कि 12 सितंबर 2020 को बोहड़ी चौक स्थित पंजाब रोडवेज की पुरानी वर्कशाप वाली जमीन की मालिकी हरियाणा के करनाल की निवासी प्रकाश कौर की तीन बेटियों मंजीत कौर, अमरजीत कौर, किरणदीप कौर के नाम पर थी। यह जमीन तीन लोगों पत्रकार सुरजीत सिंह पिद्दी, डा. जेपी सिंह और जैमल सिंह पिद्दी ने खरीद ली। सुरजीत के नाम पर बेनामा किया गया। 15 सितंबर को सुरजीत ने डा. जेपी सिंह और जैमल सिंह को बराबर का हिस्सेदार माना। अधिग्रहण हुई जमीन की सरकार की ओर से 1.60 करोड़ की राशि करनाल की रहने वाली तीनों बहनों को दे दी गई।
इकरारनामे के मुताबिक तीनों बहनों ने डा. जेपी सिंह, जैमल सिंह पिद्दी, सुरजीत सिंह को तीन हिस्सों में करीब 53.56 लाख रुपये का भुगतान करना था। तीनों बहनों ने खाली 27 चेक साइन करके सुरजीत को दिए। सुरजीत ने अपने रिश्तेदार पत्रकार बलदेव सिंह पन्नू, पारिवारिक सदस्य हरजीत सिंह, गुरबिदर सिंह, बलजीत सिंह, गुरसाहिब सिंह, अमरजीत कौर, हरदीप सिंह, जीवनजोत सिंह, हरविदर सिंह, गुरतेज सिंह, रंजीत कौर, चरणजीत कौर, हरदीप सिंह, अमरिदर सिंह, रमिदरबीर सिंह, दिलबाग सिंह, जीवनजोत सिंह, हरपाल सिंह, सुखवर्श सिंह के बैंक खातों में पैसे डालकर उनके (डा. जेपी सिंह) और जैमल सिंह पिद्दी के साथ 1,07,12,456 रुपये की ठगी की गई। हालांकि बाद में 30 लाख की राशि जैमल और जेपी को अदा कर दी जबकि 78 लाख के करीब राशि हड़प ली। डीजीपी को की शिकायत के बाद दर्ज की एफआइआर
डा. जेपी सिंह ने बताया कि डीजीपी पंजाब को लिखित शिकायत दी गई। जांच के बाद पुलिस ने आरोपितों विरुद्ध थाना सिटी में वीरवार को एफआइआर दर्ज की है। डीएसपी (सिटी) बरजिदर सिंह कहते हैं कि सब इंस्पेक्टर राजिदर सिंह को मामले की आगे की जांच सौंपकर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए आदेश दिया गया है।