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भूमि अधिग्रहण में 1.63 करोड़ के गबन के मामले में पूर्व एसडीएम डा. अनुप्रीत कौर सस्पैंड

राजस्थान-जम्मू कश्मीर नेशनल हाईवे के निर्माण में गबन करने के आरोप में तत्कालीन एसडीएम डॉ अनुप्रीत कौर का सस्पेंड कर दिया गया है। इन पर भूमिअधिग्रहण में कई लोगों को लाभ पहुचाने का आरोप लगा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Sep 2019 12:29 AM (IST)Updated: Fri, 13 Sep 2019 06:44 AM (IST)
भूमि अधिग्रहण में 1.63 करोड़ के गबन के मामले में पूर्व एसडीएम डा. अनुप्रीत कौर सस्पैंड
भूमि अधिग्रहण में 1.63 करोड़ के गबन के मामले में पूर्व एसडीएम डा. अनुप्रीत कौर सस्पैंड

जागरण संवाददाता तरनतारन : राजस्थान-जम्मू कश्मीर नेशनल हाईवे के निर्माण के मौके सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण करवाया गया था। उस दौरान पट्टी की तत्कालीन एसडीएम डॉ. अनुप्रीत कौर ने उन लोगों को लाभ पहुंचाया, जिनके पास जमीन नहीं थी। इस मामले के दौरान 1 करोड़ 63 लाख 975 रुपए का गबन पाया गया। बारे में वीरवार को चीफ सचिव करण अवतार सिंह ने तरनतारन के डीसी प्रदीप सभ्रवाल की रिपोर्ट पर जालंधर में तैनात जनरल सहायक डॉ. अनुप्रीत कौर को सस्पेंड कर दिया।

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राष्ट्रीय मार्ग के निर्माण के मौके भूमि अधिग्रहण के दौरान जसबीर कौर निवासी मानावाला (अमृतसर), राजविंदर कौर निवासी फतेहपुर अलगों (तरनतारन) सरताज सिंह निवासी कोट दसंधी मल्ल (तरनतारन) बिक्त्रमजीत सिंह निवासी होशियार नगर (अमृतसर), गुरजीत कौर निवासी कोट दसंधी मल्ल (तरनतारन) के अलावा 3 अन्य लोगों के नाम पर बैंक खातों में 1 करोड़ 63 लाख 975 रुपए की राशि डाल दी गई थी। इस घोटाले का पता तरनतारन के डीसी प्रदीप सभ्रवाल को लगा। उन्होंने मामले की जाच पट्टी के मौजूदा एसडीएम नवराज सिंह बराड़ से करवाई। जाच में सभी आरोप साबित होने पर डॉ. अनुप्रीत कौर के खिलाफ थाना सिटी पट्टी में 5 सितंबर को केस दर्ज किया। इसके बाद लोक इन्साफ पार्टी के जिला अध्यक्ष बचित्तर सिंह ढिल्लों ने तरनतारन में प्रेस कांफ्रेस करके डॉ. अनुप्रीत कौर के खिलाफ करोड़ों के गबन करके जायदाद बनाने के आरोप लगाए। उधर, मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया, जब वीरवार को डीसी प्रदीप सभ्रवाल की बनाई जाच कमेटी के समक्ष अनुप्रीत कौर (जनरल सहायक जालंधर) पेश हुई। कमेटी में एडीसी (जनरल) संदीप ऋषि, एसडीएम खडूर साहिब कुलप्रीत सिंह, एसडीएम नवराज सिंह बराड़ शामिल थे। उक्त टीम की रिपोर्ट के आधार पर डीसी प्रदीप सभ्रवाल ने राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट भेजी। इसके बाद चीफ सचिव पंजाब करण अवतार सिंह ने फौरी कार्रवाई करते हुए डॉ. अनुप्रीत कौर को सस्पेंड करने के आदेश देते हुए उनको हेड क्वार्टर चंडीगढ़ में हाजिर होने के आदेश जारी किए। कार्य पर उस समय सवाल उठाए गए थे, किंतु बावजूद इसके शिअद नेता डा. अनुप्रीत कौर पर मेहरबान रहे।

अब गिरफ्तारी का रास्ता हुआ आसान : राष्ट्रीय मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण के दौरान 1.63 करोड़ रुपए के गबन मामले में जाच कमेटी समक्ष पेश हुई पीसीएस अधिकार डॉ. अनुप्रीत कौर मीडिया से बचने लिए डेढ़ घटे तक लुका छिपा का खेल खेलती रही। दोपहर 1 बजे जाच समक्ष पेश हुई। डॉ. अनुप्रीत कौर को कमेटी ने पौने तीन बजे फारिग कर दिया। राज्य सरकार द्वारा डा. अनुप्रीत कौर को सस्पैंड करने के बाद उनकी गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया है। तरनतारन के एसएसपी ध्रुव दहिया का कहना है कि मामले से जुड़े सभी आरोपियों की गिरफ्तारी लिए कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि गबन के बड़े मामले में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी जरूरी है, इसमें किसी का भी लिहाज नहीं होगा।


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