बर्ड सेंक्चुरी को हैडिड गीज और कॉमन डक ने लगाए चार चांद
दरिया ब्यास और सतलुज के संगम वाले स्थान हरिके पत्तन बर्ड सेंक्चुरी में विदेशी पक्षियों का जमावड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
धर्मवीर सिंह मल्हार, हरिके पत्तन (तरनतारन) : दरिया ब्यास और सतलुज के संगम वाले स्थान हरिके पत्तन बर्ड सेंक्चुरी में विदेशी पक्षियों का जमावड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। नवंबर माह में विदेशी पक्षियों की आमद शुरू हुई थी। अब आए दिन गिनती में इजाफा हो रहा है। जनवरी माह के पहले सप्ताह तक यहां पर 65 हजार से अधिक विदेशी पक्षियों की आमद हुई है।
86 वर्ग किलोमीटर में फैली हरिके पत्तन बर्ड सेंक्चुरी जिला तरनतारन, फिरोजपुर और कपूरथला पर आधारित है। इस बर्ड सेंक्चुरी में सर्दी का मौसम शुरू होते ही उन देशों के पक्षी इधर की उड़ान भरते हैं जहां पर बर्फबारी से उनके जीवन पर खतरे के बादल मंडराने लगते हैं। हरिके पत्तन बर्ड सेंक्चुरी में 6 जनवरी तक रशिया, साइबेरिया, कजाकिस्तान और अन्य देशों से करीब 65 हजार पक्षी पहुंच चुके हैं। इन पक्षियों को बर्ड सेंक्चुरी में साफ-सुथरा पर्यावरण मिलता है। ग्रेलेग गीज, बार हैडिड गीज, रैड्स डक, कॉमन डक सहित अन्य प्रजातियों के पक्षी पहुंच चुके हैं।
बर्ड सेक्चुरी के आसपास बनना चाहिए पर्यटक स्थल
बर्ड सेंक्चुरी में पहुंचे पर्यटक मंगत शर्मा, हेमा, मुकुल गुप्ता, हरीश भारद्वाज, डेमा, दीया, परी ने 'दैनिक जागरण' को बताया कि वे मुंबई से श्री हरिमंदर साहिब अमृतसर माथा टेकने आए थे। माथा टेकने के बाद अब हरिके पत्तन का नजारा ले रहे हैं। यहां पर विदेशी पक्षियों की आमद से माहौल काफी खुश गंवार है। यह अवसर उनके जीवन की बड़ी यादगार है। उन्होंने मांग की कि बर्ड सेंक्चुरी के आसपास यदि पर्यटकों के रहने और खान-पान का भी प्रबंध हो तो यहां पर अधिक समय गुजारा जा सकता है।
टेलीस्कोप से सैलानी देखते हैं विदेशी पक्षी : गीतांजलि
वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड प्रोजेक्ट की अधिकारी गीतांजलि कंवर का कहना है कि सर्दी के मौसम में हरिके बर्ड सेंक्चुरी में आने वाले पक्षियों को बेहतर पर्यावरण मिले, इसके लिए लगातार प्रयास किए जाते हैं। बर्ड सेंक्चुरी में शिकारियों पर शिकंजा कसा गया है। विदेशी पक्षियों की फीड और रहने हेतु हर सप्ताह चिंतन मंथन किया जाता है। बर्ड सेंक्चुरी में आम जनता को बोटिंग की मनाही है। हालांकि विदेशी पक्षियों का नजारा वे हरिके हेड वर्क्स पर बैठकर टेलीस्कोप से ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि बर्ड सेंक्चुरी में आने वाले सैलानियों की जानकारी हेतु विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।