भाई के साथ जमीन के विवाद में उसके दोस्त को मारी गोलियां
। जमीन के विवाद में एक व्यक्ति ने साथियों के साथ पहले अपने सगे भाई को पीटा फिर उसके दोस्त को गोलिया मार दीं।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : जमीन के विवाद में एक व्यक्ति ने साथियों के साथ पहले अपने सगे भाई को पीटा, फिर उसके दोस्त को गोलिया मार दीं। दो गोलियां लगने से जब युवक बेहोश हो गया तो आरोपितों उसे लहूलुहान हालत में अपनी गाड़ी डाला और दो घंटे इधर-उधर घूमाते रहे। इसके बाद अस्पताल ले जाकर उसकी गोलियां निकलवाई और वापस गांव में छोड़ फरार हो गए। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, लेकिन घायल युवक का आरोप है कि पुलिस एफआइआर को जानबूझकर कमजोर कर रही है।
गांव कालेके उताड़ के रहने वाले हरप्रताप सिंह का अपने भाई इंद्रदेव सिंह के साथ छह एकड़ जमीन को लेकर झगड़ा चला आ रहा है। इस मामले में इंद्रदेव सिंह की मदद उसका दोस्त सुखजिंदर सिंह कर रहा था। हरप्रताप ने कई बार सुखजिंदर को जान से मारने की धमकियां भी दीं। बुधवार को इंद्रदेव सिंह दोस्त सुखजिंदर के साथ सुबह साढ़े नौ बजे गांव कोट बुड्ढा के पेट्रोल पंप से कार में पेट्रोल भरवाने के लिए गया। दोनों लौट रहे थे कि रास्ते में आरोपित हरप्रताप सिंह ने साथियों के साथ भाई की कार रुकवाई और इंद्रदेव सिंह को नीचे उतार कर पीटना शुरू कर दिया। दोस्त को बचाने के लिए जब सुखजिंदर आगे बढ़ा तो आरोपितों ने उसे भी जमकर पीटा। फिर पिस्टल से उस पर दो फायर किए। एक गोली सुखजिंदर की पीठ और दूसरी कूल्हे पर लगी। गोलियां लगने से बेहोश हुए सुखजिंदर को हमलावर अपनी बोलेरो में डालकर फरार हो गए। वे उसे गंभीर हालत में काफी देर तक इधर-उधर घुमाते रहे। आरोपित घायल को पहले पट्टी के निजी अस्पताल फिर तरनतारन के प्राइवेट अस्पताल ले गए, लेकिन वहां घायल का इलाज नहीं हो पाया। इसके बाद आरोपित सुखजिंदर को लेकर अमृतसर के निजी अस्पताल पहुंचे। इस दो घंटे के दौरान सुखजिंदर सिंह का काफी रक्त बह चुका था। वह दर्द के मारे चीखता रहा, लेकिन किसी भी नाके पर पुलिस ने बोलेरो नहीं रुकवाई।
सुखजिंदर ने बताया कि अमृतसर के निजी अस्पताल में ले जाते समय आरोपितों ने उसकी आंखों पर पट्टी बांध दी। वहां से गोलियां निकलवाने के बाद हरप्रताप सिंह साथियों की मदद से उसे गांव में छोड़ फरार हो गया। इस समय सुखजिंदर घरियाला के अस्पताल में उपचाराधीन है। सुखजिंदर व उसके दोस्त इंद्रदेव सिंह ने बताया कि पुलिस चौकी सभरा के इंचार्ज एएसआइ चरण सिंह ने उनके बयान तो ले लिए हैं, लेकिन जो एफआइआर दर्ज की है, उसमें हरप्रताप सिंह का नाम ही शामिल किया गया, बाकी आरोपितों को जानबूझकर नामजद नहीं किया जा रहा। उधर, सुखजिंदर सिंह की मां नरिदर कौर, पत्नी लखविंदर कौर, बेटे आकाशदीप सिंह ने आरोप लगाया कि दिन दिहाड़े हुई इस वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपित पुलिस पकड़ से बाहर है। इससे उनके परिवार को जान का खतरा है।
जांच में जो-जो आरोपित पाया गया, नामजद किया जाएगा
पुलिस चौकी सभरा के इंचार्ज एएसआइ चरण सिंह ने बताया कि आरोपित हरप्रताप सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच अभी की जा रही है, जांच में अगर कोई और आरोपित पाया गया तो उसे भी नामजद किया जाएगा।