युवक को थाने में रख करवाई बेगारी
तरनतारन आपराधिक केसों में फंसे युवाओं को मुख्य धारा में लाने के लिए सरकार भले ही प्रयास करती है, परंतु कुछ पुलिस अधिकारी ऐसे भी है जो सुधरे लोगों को सुधरने नहीं देते। जिस की मिसाल फतेहचक्क कालोनी निवासी युवक हरदीप सिंह दीपू से मिलती है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन
आपराधिक केसों में फंसे युवाओं को मुख्य धारा में लाने के लिए सरकार भले ही प्रयास करती है, परंतु कुछ पुलिस अधिकारी ऐसे भी है जो सुधरे लोगों को सुधरने नहीं देते। जिस की मिसाल फतेहचक्क कालोनी निवासी युवक हरदीप सिंह दीपू से मिलती है।
दीपू के खिलाफ चोरी के 2 मामले दर्ज हैं। आए दिन पुलिस उसे थाने बुलाकर झूठा मामला दर्ज करने की धमकी दे कर पूरे दिन बेगारी करवाती है। हरदीप सिंह दीपू का कहना है कि वह मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता है। रंजिश के तहत कुछ लोगों ने उसके खिलाफ चोरी की शिकायतें की, जिसमें वह बेकसूर हूं। परंतु आए दिन पुलिस अधिकारी मुझे थाने बुला लेते हैं। हरदीप ने दावा किया कि थाना प्रभारी के गनमैन उसे घर से उठाकर थाने ले आए। कई घटे हवालात में बंद रखा, जहा तक कि उसे परिवार के सदस्यों से भी मिलने नहीं दिया गया। हरदीप सिंह ने कहा कि थाने के हवालात से निकालकर सारा दिन थाने की सफाई करवाते रहे। हरदीप ने बताया कि जब मोहल्ला निवासियों ने अवैध हिरासत में रखने की शिकायत आई.जी. बार्डर जोन को की तो उसे थाने से छोड़ दिया गया।
थाने में तैनात संतरी कर्म सिंह से जब पूछा गया कि हरदीप को किस अधिकारी के आदेश पर पर हवालात में बंद किया गया है तो वह कोई जवाब नहीं दे पाया। हरदीप सिंह ने डीजीपी को शिकायत भेजकर मामले की जाच मागी है।
थाना प्रभारी से ली जाएगी रिपोर्ट
डीएसपी (सिटी) सुच्चा सिंह का कहना है कि मामला मेरे ध्यान में नहीं है। किसी को बेवजह हवालात में नहीं रखा जाता और न ही किसी को पुलिस परेशान करती है। हरदीप सिंह के खिलाफ किसने शिकायत की और उसे किस अधिकारी ने थाने लाकर बंद किया, इसकी रिपोर्ट थाना प्रभारी से ली जाएगी। डीएसपी ने कहा कि हरदीप सिंह से थाने में मजदूरी करवाने की कोई शिकायत मेरे ध्यान में नहीं आई। फिर भी तथ्यों के आधार पर जाच के बाद ही कुछ कहा जाएगा।