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गांव दयालपुर में नशे ने बर्बाद कर दी पूरी पीढ़ी

अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे कस्बा खेमकरण के करीबी गांव दयालपुर के एक परिवार की पीढ़ी नशे की भेंट चढ़ गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 11:10 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 11:10 PM (IST)
गांव दयालपुर में नशे ने बर्बाद कर दी पूरी पीढ़ी
गांव दयालपुर में नशे ने बर्बाद कर दी पूरी पीढ़ी

धर्मबीर सिंह मल्हार, दयालपुर (तरनतारन)

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अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे कस्बा खेमकरण के करीबी गांव दयालपुर के एक परिवार की पीढ़ी नशे की भेंट चढ़ गई। एक-एक करके तीन जवान बेटों ने नशे के कारण दम तोड़ दिया। बूढ़े मां-बाप का अब कोई सहारा नहीं रहा। घर में कोई कमाने वाला भी नहीं बचा। परिवार ने मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह को पत्र लिखकर आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। साथ ही कहा है कि नशे की दलदल में फंस चुके इस गांव की सुध ली जाए ताकि बाकी परिवार उनकी तरह बर्बाद न हों।

बुजुर्ग किसान बलवंत सिंह व उसकी पत्नी सुखदेव कौर ने बताया कि उनके तीन बेटे सुखविंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह और अंग्रेज सिंह नशे की भेंट चढ़ गए। सबसे बड़े बेटे सुखविंदर सिंह ने नशे के कारण 28 सितंबर 2004 को दम तोड़ दिया। दूसर बेटा इंद्रजीत सिंह भी नशे का आदि था। उसकी शादी कर दी। सोचा वह सुधर जाएगा, लेकिन नशे की लत नहीं छूटी। इंद्रजीत के एक बेटी और दो बेटे थे, परंतु नशे ने 11 जून 2007 को इंद्रजीत सिंह को मौत के मुंह में पहुंचा दिया। इसके बाद परिवार की सहमति से इंद्रजीत की विधवा का सबसे छोटे बेटे अंग्रेज सिंह के साथ विवाह यह सोचकर कर दिया कि तीनों बच्चे पल जाएंगे, परंतु नशे ने अंग्रेज सिंह को भी नहीं बख्शा। उनकी दो एकड़ जमीन भी बिक गई। 28 मई 2020 को अंग्रेज सिंह भी चल बसा। नशे ने उनकी पूरी पीढ़ी बर्बाद कर दी। किसी ने नहीं ली परिवार की सुध

बलवंत सिंह ने बताया कि उसकी पुत्रवधु अमनदीप कौर दो बार विधवा हो गई। अब घर में न तो कोई कमाने वाला है और न ही रोजी रोटी का साधन। उन्होंने हलका विधायक समक्ष गुहार लगाई गई थी कि अब ही नशे के सिलसिले को थाम लिया जाए। परंतु न तो विधायक का कोई जवाब आया और न ही उनसे दुख व्यक्त करने कोई पहुंचा। परिवार को मिले आर्थिक मदद: सुरजीत सिंह

बार्डर किसान संघर्ष कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह भूरा ने कहा कि गुटका साहिब हाथ में लेकर कैप्टन अमरिदर सिंह ने नशा खत्म करने की शपथ ली थी, परंतु खेमकरण हलका नशे में बर्बाद हो रहा है। बुजुर्ग बलवंत सिंह के तीनों बेटे एक-एक करके नशे की भेंट चढ़ चुके हैं। सरकार को चाहिए कि परिवार की आर्थिक मदद की जाए। परिवार ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करवाई: विधायक

खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर ने कहा कि नशे पर सरकार ने काबू किया है। बलवंत सिंह ने अपने बेटों की मौत के बारे में कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं करवाई, जिससे साबित हो सके कि उनकी मौत नशे कारण हुई है। फिर भी परिवार से हमदर्दी है। उक्त परिवार की सुध भी ली जाएगी। नशे पर पूरी तरह नकेल कसी जाएगी: डीसी

डीसी कुलवंत सिंह ने कहा कि गांव दयालपुर से संबंधित बलवंत सिंह के तीन बेटों की मौत कैसे हुई, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। बल्कि यह यकीनी बनाया जा रहा है कि नशे पर पूरी तरह से नकेल कसी जा सके। बलवंत सिंह के तीन बेटों की मौत के मामले में संबंधित एसडीएम से रिपोर्ट ली जाएगी।


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