नौकरी में फर्जीवाड़ा मामला : इंवेस्टमेंट कंपनी खोलकर लाखों रुपये डकार चुका है डानमिक सहोता
सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह के चार सदस्यों की गिरफ्तारी के पांच दिन बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने रोपड़ की जेल से गिरोह के मास्टर माइंड डानमिक सहोता को प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में ले लिया है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह के चार सदस्यों की गिरफ्तारी के पांच दिन बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने रोपड़ की जेल से गिरोह के मास्टर माइंड डानमिक सहोता को प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में ले लिया है। इसके बाद सामने आया है कि सहोता ने फ्यूचर मेकर लाइव केयर इंवेस्टमेंट कंपनी (एफएमएलसीआइसी) खोल रखी थी। एक लाख के बदले दस हजार रुपये प्रति माह ब्याज देने के नाम पर वे इलाके के बड़े कारोबारियों से लाखों रुपये एंठ चुका था। साल भर की 12 किस्त देने की बजाय दस किस्त देकर बाकी की राशि डकारने वाले डानमिक सहोता से प्रथम पूछताछ में पता चला है कि सरकारी नौकरियां दिलाने के नाम पर युवाओं को कैसे ठगी का शिकार बनाता रहा है।
विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी परमपाल सिंह की मानें तो राज्यभर में ये गिरोह पचास से अधिक लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बना चुका है। वर्णनीय है कि इस गिरोह से जुड़े प्रितपाल सिंह ढोटियां, मलकीत सिंह वरपाल, सुखवंत सिंह झीते कलां व हरपाल सिंह कदगिल को 16 जुलाई को ट्रैप लगाकर विजिलेंस ने दबोचा था। मोहल्ला जसवंत सिंह वाला निवासी बरिदरपाल सिंह को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उक्त गिरोह के सदस्यों ने संपर्क बनाया था। चारों आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पता चला था कि रोपड़ की जेल में बंद मोहाली निवासी डानमिक सहोता गिरोह का मास्टर माइंड है। एसएसपी परमपाल सिंह ने बताया कि गिरोह के मास्टर माइंड सहोता से पूछताछ की जा रही है। इसके आधार पर वीरवार को आरोपितों को स्थानीय अदालत में पेश करके दोबारा रिमांड पर लिया जाएगा।