कृषि कानून रद होने तक नेताओं की गांव तूड़ में प्रवेश लगाई रोक : तुड़
गांव तुड़ की पंचायत द्वारा किसान-मजदूर जत्थेबंदियों और युवा संगठनों की संयुक्त बैठक करके कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे संयुक्त किसान मोर्चे के आंदोलन को समर्थन दिया गया।
संसू, खडूर साहिब : गांव तुड़ की पंचायत द्वारा किसान-मजदूर जत्थेबंदियों और युवा संगठनों की संयुक्त बैठक करके कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे संयुक्त किसान मोर्चे के आंदोलन को समर्थन दिया गया। शहीद भगत सिंह नौजवान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष व सरपंच सुलखण सिंह तुड़ ने कहा कि जितनी देर तक कृषि कानून वापस नहीं होते, उतनी देर तक गांव में किसी भी सियासी नेता की एंट्री नहीं होने दी जाएगी।
श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार, शिरोमणि कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व तरनतारन से सांसद रह चुके मोहन सिंह तुड़ का यह गांव है। जत्थेदार मोहन सिंह तुड़ के दो लड़के लहिणा सिंह तुड़ व तरलोचन सिंह तुड़ भी तरनतारन से सांसद रह चुके हैं। सुलखण सिंह तुड़ ने बताया कि कृषि कानूनों की वापसी लिए संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा आंदोलन चलाया जा रहा है, जितनी देर तक कानून वापस नहीं होते। उतनी देर तक किसी भी सियासी नेता को गांव में राजनीति नहीं करने दी जाएगी। इस मौके सरपंच दयाल सिंह, बीर सिंह, सुखदेव सिंह, जंग बहादुर सिंह, सविदर सिंह, डा. अमरजीत सिंह, कश्मीर सिंह, धीरा सिंह, निर्भय सिंह, मनजीत सिंह, शिदा सिंह, गुरमेज सिंह मौजूद थे।