डिफाल्टर फैक्ट्री की जमीन में लगी धान की फसल बन सकती है खूनी झड़प का कारण
तरनतारन : ऐतिहासिक नगरी श्री गोइंदवाल साहिब में लगाई गई धागा फैक्ट्री की डिफाल्टर जमीन पर लगाई गई धान की फसल खूनी झड़प का कारण बन सकती है। बताया जा रहा है कि इस जमीन पर लगाई फसल सत्तारूढ़ पार्टी के नेता ही काटते रहे हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : ऐतिहासिक नगरी श्री गोइंदवाल साहिब में लगाई गई धागा फैक्ट्री की डिफाल्टर जमीन पर लगाई गई धान की फसल खूनी झड़प का कारण बन सकती है। बताया जा रहा है कि इस जमीन पर लगाई फसल सत्तारूढ़ पार्टी के नेता ही काटते रहे हैं।
फेस -2 (झंडेर रोड) पर वर्षो पहले धागा फैक्ट्री लगाई गई थी, लेकिन लगातार हो रहे घाटे के कारण यह मिल बंद हो गई। 7 किले जमीन पर बनाई गई धागा मिल को पंजाब समॉल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कारपोरेशन (पीएसआईईसी) द्वारा कर्ज लौटाने के लिए कई बार नोटिस दिए गए, लेकिन फैक्ट्री मालिकों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया, जिस कारण विभाग ने ताला लगा दिया।
वर्ष 2012 में सत्तारूढ़ पार्टी से संबंधित कुछ नेताओं ने फैक्टरी का ताला तोड़ धागा मिल की मशीनरी पर हाथ साफ कर लिए। कहा जाता है कि जिला परिषद के एक सदस्य ने फैक्टरी पर कब्जा जमाते हुए धान और गेहूं की बिजाई शुरू कर दी गई। उक्त नेता वर्षो तक धान और गेहूं की फसलें काटता रहा। गत वर्ष पूर्व जिला परिषद सदस्य ने गेहूं की बिजाई की थी, लेकिन सूबे में सरकार बदलते ही
शिअद छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गया और फसल की कटाई की। यह नेता विधायक रमनजीत सिक्की के साथ जुड़ा था। बाद में इस जमीन पर कांग्रेस के दूसरे गुट के उस नेता ने धान की बिजाई की जिसके घर बैठक के बाद एक माह पहले गोइंदवाल साहिब में गैंगवार की घटना हुई थी। सत्तारूढ़ पार्टी के दो नेता धान की कटाई के लिए आए दिन हथियार लहरा रहे है।
पीएसआईईसी ने लगाया दीवार पर नोटिस
पीएसआईईसी जालंधर के कार्यकारी इंजिनियर द्वारा उक्त फैक्ट्री की दीवार पर नोटिस लगा दिया गया। इसमें साफ लिखा है कि उक्त जगह के भीतर प्रवेश करने वाले खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीएसआईईसी द्वारा दो माह पहले धागा फैक्ट्री से कर्ज वसूलने लिए अदालत का सहारा लिया गया है ताकि फेक्टरी की जमीन की निलामी करवाई जा सके।
अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं : एसएचओ
थाना श्री गोइंदवाल साहिब के प्रभारी सु¨रदरपाल सिंह का कहना है कि धागा फैक्ट्री की डिफाल्टर जमीन पर कोई अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पीएसआईईसी द्वारा फेक्ट्री की जमीन के बाहरी गेटों पर ताले लगा दिए गए है। इस जमीन के भीतर जो भी फसल है उसे काटना गैर कानूनी होगा।