शहीद जवानों को जिला सेशन जज, डीसी व एसएसपी ने किया नमन
आतंकवाद को मिटाने के लिए पंजाब पुलिस ने बड़ी कुर्बानी दी। इस कुर्बानी के चलते ही आज पंजाब के लोग अमन शांति की जिदगी गुजार रहे हैं।
जासं, तरनतारन : आतंकवाद को मिटाने के लिए पंजाब पुलिस ने बड़ी कुर्बानी दी। इस कुर्बानी के चलते ही आज पंजाब के लोग अमन शांति की जिदगी गुजार रहे हैं। आतंकवाद का मुकाबला करते हुए दो डीआइजी, तीन एसएसपी, दो कमांडेंट, छह एसपी, दस डीएसपी, 32 इंस्पेक्टर, 64 सब इंस्पेक्टर, 128 एएसआइ के अलावा 1002 कांस्टेबलों और 184 एसपीओज ने अपना बलिदान दिया। यह बात एसएसपी हरविदर सिंह विर्क ने वीरवार को पुलिस लाइन में पुलिस यादगारी दिवस के मौके पर शहीद अधिकारियों और जवानों को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए ही। एसएसपी ने बताया कि आतंकवाद का खात्मा करने लिए प्रदेश में 1784 पुलिस अधिकारियों और जवानों ने कुर्बानी दी। सबसे अधिक कुर्बानी तरनतारन जिले की पुलिस ने दी। इस जिले से संबंधित 188 पुलिस अधिकारियों और जवानों ने आतंकवाद का मुकाबला करते हुए शहादत का जाम पिया।
जिला सेशन जज प्रिया सूद ने श्रद्धांजलि समागम में भाग लेते कहा कि हमारे देश को आजाद करवाने लिए जहां कई सूरवीरों ने प्राणों की आहुति दी, वहीं भारत की एकता और अखंडता को कायम रखने लिए भी पंजाबियों ने कुर्बानियां देने में कसर नहीं छोड़ी। ऐसा ही काला दौर आतंकवाद के समय था।
डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह धूरी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए कहा कि सीमा के साथ सटे इस जिले ने जहां आतंकवाद का सफाया किया, वहीं अब नशे के खात्मे लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। इस मौके एसपी बलजीत सिंह ढिल्लों, गुरबाज सिंह, जगजीत सिंह वालिया, गुरप्रीत सिंह, डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल, लखबीर सिंह, कुलजिदर सिंह, प्रीतइंद्र सिंह, बरजिदर सिंह, दिलबाग सिंह ने संबोधित किया।
थाना वैरोंवाल के प्रभारी वरिदर सिंह खोसा (अंडर ट्रेनिग डीएसपी) की अगुआई में पंजाब पुलिस की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाकर शहीद जवानों को याद किया। नम हुई परिजनों की आंखें
आतंकवाद का मुकाबला करते हुए शहीद होने वाले जवानों के परिवारों को एसएसपी हरविदर सिंह विर्क ने सम्मानित किया। इन परिवारों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान भी किया। बहादुर जवानों की कुर्बानी की गाथा सुनकर परिवारिक सदस्यों की आंखें भर आई।