कांग्रेसियों पर केस से भड़के गिल, थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने बंद किया गेट
कांग्रेस के राज में अफसरशाही कितनी भारी है इसकी मिसाल थाना चोहला साहिब में दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद दर्ज मामले से मिलती है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : कांग्रेस के राज में अफसरशाही कितनी भारी है, इसकी मिसाल थाना चोहला साहिब में दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद दर्ज मामले से मिलती है। कांग्रेसी सरपंच की मारपीट का मुकदमा दर्ज होने के बाद दूसरी पार्टी द्वारा करवाए गए क्रॉस पर्चे को रद्द करवाने के लिए पट्टी के विधायक हरमिंदर सिंह गिल थाने जा पहुंचे। विधायक की आमद से पहले ही थाने का मुख्य गेट बंद कर दिया गया, जो बाद में यह कहते खोल दिया कि थाने समक्ष धरना लगने की संभावना थी।
गत दिन पूर्व गांव रूड़ीवाला में दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। कांग्रेस पार्टी से संबंधित सरपंच राजविंदर सिंह को गंभीर घायल करने के मामले पर थाना चोहला साहिब की पुलिस ने अकाली समर्थक तेजिंदर सिंह, सरबजीत सिंह, गुरभेज सिंह, गुरप्रीत सिंह, बिक्रमजीत सिंह, इंद्रपाल सिंह, गोल्डी सिंह, रणजोध सिंह, शमशेर सिंह निवासी रूड़ीवाला के अलावा रिंपा निवासी धुन्न ढाए वाला खिलाफ मामला दर्ज किया था। अकाली समर्थकों की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में पुलिस ने मामले को क्रॉस केस में बदलते हुए सरपंच राजविंदर सिंह, उसके भाई सुखविंदर सिंह, भतीजे साहिब सिंह के अलावा रणजोध सिंह व भजन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। कांग्रेसियों पर मामला दर्ज होने की सूचना मिलते ही पट्टी के विधायक हरमिंदर सिंह गिल भड़क उठे। पुलिस को पता चला कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं द्वारा थाने का घेराव किया जाना है, जिसके चलते थाना चोहला साहिब का मुख्य गेट बंद कर दिया गया। विधायक गिल अपने समर्थकों समेत थाने पहुंचे व थाना प्रभारी सोनमदीप कौर को खरी-खरी सुनाते कहा कि कांग्रेसी समर्थकों के खिलाफ झूठे मुकदमे बर्दाशत नहीं होंगे। मौके पर सब डिवीजन गोइंदवाल के डीएसपी रविंदरपाल सिंह पहुंचे व विधायक गिल को शांत करते हुए कहा कि किसी भी बेकसूर को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। हालांकि गिल ने थाने का मुख्य गेट बंद करने की निंदा करते कहा कि यह तौहीन बर्दाशत से बाहर है। विधायक गिल को डीएसपी द्वारा आश्वासन दिलाए जाने के बाद मामला शांत हो गया।
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