कांग्रेस के मुकाबले शिअद व आप की सरगर्मी हुई ठप्प
लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। ऐसे में सभी सियासी पार्टियां अपना जोर आजमाने में लगी हैं। हलका तरनतारन की बात करें तो सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के मुकाबले शिरोमणि अकाली दल व आम आदमी पार्टी की सरगर्मी कहीं भी नजर नहीं आ रही।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। ऐसे में सभी सियासी पार्टियां अपना जोर आजमाने में लगी हैं। हलका तरनतारन की बात करें तो सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के मुकाबले शिरोमणि अकाली दल व आम आदमी पार्टी की सरगर्मी कहीं भी नजर नहीं आ रही।
लगातार विस चुनाव हारने वाली कांग्रेस पार्टी को 2017 में डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री ने रिकार्ड तोड़ जीत दिलाई थी। इस जीत के बाद विधायक अग्निहोत्री अपनी टीम समेत हलके में दिन रात एक कर रहे हैं। प्रत्येक दिन में उनके समागम और बैठके हो रही हैं। ब्लॉक समिति, जिला परिषद व पंचायत के चुनाव में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा है। हाल ही में गुरु नगरी तरनतारन के विकास लिए करोड़ों की ग्रांटें लाने में कामयाब रहे विधायक अग्निहोत्री द्वारा लोगों के काम करवाने लिए सप्ताह में दो बार चंडीगढ़ में बैठकें की जाती हैं। इसका असर आने वाले लोकसभा चुनाव में मिल सकता है। उधर विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद पूर्व सीपीएस हरमीत सिंह संधू अपनी टीम को दोबारा मजबूत करने लिए कुछ दिन पहले सरगर्म नजर आए थे। इसके बाद 24 जनवरी को पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की तरनतारन में वर्कर बैठक रखी गई। बैठक से एक दिन पहले सुखबीर सिंह बादल की आमद रद हो गई। इसके बाद शिअद की हलके में सरगर्मी ठप्प है। बड़ी ताकत बनकर सत्ता का सपना देखने वाली आम आदमी पार्टी के हलका इंचार्ज पहलवान करतार सिंह भी करीब दो वर्ष से हलके से गायब हैं। हाईकमान द्वारा उनकी जगह किसी ओर नेता को जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई। विस चुनाव मौके तरनतारन में आर्जी तौर पर रहने वाले पहलवान करतार सिंह अब अपनी रिहायश पक्के तौर पर जालंधर ले गए हैं। जिससे वर्करों मे मायूसी है।
शहर की जिम्मेदारी संभाल रहे है संदीप
विधायक अग्निहोत्री पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र के साथ तरनतारन शहर में अपने लड़के डॉ. संदीप अग्निहोत्री की पकड़ मजबूत बनाने में जुटे हैं। डॉ. संदीप अग्निहोत्री द्वारा बिछाए सियासी जाल के चलते नगर कौंसिल की प्रधानगी से शिअद को मुक्त किया गया था। बाद में कांग्रेस की अगुआई वाली नई टीम का गठन करने में डॉ. संदीप अग्निहोत्री की अहम भूमिका रही है।