सांझ केंद्र बनाने की मंजूरी देने बदले पंचायत सचिव ने ली दस हजार की रिश्वत
कैप्टन सरकार के कार्यकाल के दौरान रिश्वतखोरी इस हद तक बढ़ चुकी है कि नगर सुधार ट्रस्ट चेयरमैन हरजिदर सिंह ढिल्लों के बेटे जगजीत सिंह ढिल्लों को भी पंचायत सचिव ने नहीं बख्शा।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : कैप्टन सरकार के कार्यकाल के दौरान रिश्वतखोरी इस हद तक बढ़ चुकी है कि नगर सुधार ट्रस्ट चेयरमैन हरजिदर सिंह ढिल्लों के बेटे जगजीत सिंह ढिल्लों को भी पंचायत सचिव ने नहीं बख्शा। गांव रटौल में सांझ केंद्र के निर्माण की मंजूरी देने के बदले पंचायत सचिव सुशील कुमार को पांच हजार की रिश्वत लेते विजिलेंस की टीम ने शनिवार को काबू कर लिया। आरोपित के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है।
नगर सुधार ट्रस्ट तरनतारन के चेयरमैन हरजिदर सिंह ढिल्लों के बेटे जगजीत सिंह ढिल्लों (मालिक होटल सेवन स्टार) ने बताया कि गांव रटौल में सरकार से सांझ केंद्र बनाने के लिए पंचायत द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया, परंतु प्रस्ताव पर मुहर लगाने के बदले पंचायत सचिव सुशील कुमार ने आनाकानी शुरू कर दी। जगजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि उसने कई बार पंचायत सचिव को मिलकर बताया कि वह नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन का बेटा है और इलाके के लोगों की सुविधा के लिए सांझ केंद्र की आवश्यकता है। परंतु सुशील कुमार ने अपनी जिद नहीं छोड़ी। मंजूरी देने के लिए पचास हजार की रिश्वत मांगी। कुल मिलाकर 20 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। जगजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि पांच हजार की राशि एडवांस में ले चुके पंचायत सचिव सुशील कुमार ने बाकी के पैसों की मांग की। शनिवार को विजिलेंस विभाग को शिकायत की गई। विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी हरजिदर सिंह की अगुआई में टीम द्वारा होटल सेवन स्टार में ट्रैप लगाया गया। दोपहर दो बजे पंचायत सचिव सुशील कुमार पैसे लेने के लिए पहुंचा। यहां पर जगजीत सिंह ढिल्लों ने पांच हजार रुपये की राशि दी। विजिलेंस विभाग की टीम ने पंचायत सचिव को मौके पर दबोच लिया। डीएसपी हरजिदर सिंह ढिल्लों ने बताया कि अमृतसर स्थित विजिलेंस के थाने में सुशील कुमार के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है। उसकी चल-अचल संपत्ति की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि रविवार को पंचायत सचिव सुशील कुमार को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा।