संकट में सरकारी अस्पताल गर्भवतियों के लिए बने वरदान
कोरोना महामारी के कारण जहा सभी व्यवस्थाएं तहस-नहस हो गई थीं उस समय जिले के समूह सेहत केंद्र और जिला अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुए हैं।
संवाद सहयोगी, तरनतारन : कोरोना महामारी के कारण जहा सभी व्यवस्थाएं तहस-नहस हो गई थीं, उस समय जिले के समूह सेहत केंद्र और जिला अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुए हैं। संकट काल में कैप्टन सरकार की तरफ से लोगों को सेहत सुविधाएं देने के मकसद से देहाती सेहत केंद्रों को और मजबूत किया गया है।
डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह धूरी ने बताया कि पहले जहा गर्भवती महिलाएं निजी अस्पतालों में डिलीवरी के बारे में सोचते थे परंतु संकट काल में सभी ने सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी को ही प्राथमिकता दी। जिले में मार्च, अप्रैल, मई, जून और जुलाई महीने में 2184 डिलीवरी हुई हैं, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। इसके अलावा सेहत विभाग की मोबाइल टीमों की तरफ से गर्भवती महिलाओं के कोविड-19 के टेस्ट करने की विशेष मुहिम चलाई गई। डीसी ने बताया कि जिले में 2184 गर्भवती महिलाओं की कोविड-19 लक्षणों संबंधित की गई जाच में से शहर की चार गर्भवती महिलाएं पॉजिटिव पाई गई हैं। इनमें से एक की डिलीवरी तरनतारन और बाकी तीन की अमृतसर हुई है और चारों ही स्वस्थ हैं।