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अजय चीनू ने की सीबीआइ जांच की माग

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : ऑल इंडिया एंटी क्रप्शन मोर्चा पंजाब के अध्यक्ष अजय कुमार चीनू के

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 05:22 PM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 05:22 PM (IST)
अजय चीनू ने की सीबीआइ जांच की माग

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : ऑल इंडिया एंटी क्रप्शन मोर्चा पंजाब के अध्यक्ष अजय कुमार चीनू के खिलाफ पुलिस ने नशीली गोलियों की बरामदगी की दर्ज एफआइआर का चालान अदालत में पेश किया था। अब यह मामला पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया है। मामले पर सुनवाई करते हुए तरनतारन की अदालत ने अगले आदेशों तक रोक लगा दी है। जबकि मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने के लिए सरकार से जवाब मांगा है। अब इस मामले की सुनवाई 25 मार्च 2019 को होगी।

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अध्यक्ष अजय कुमार चीनू और बीसी सेल के सूबा अध्यक्ष परमिंदर सिंह हीरा ने बताया कि 2013 में उनके पास से 493 नशीली गोलियां और 20 टीके बरामद किए थे। वहीं अजय कुमार चीनू के खिलाफ दर्ज मामले को झूठा करार देते हुए मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेशानंद स्वामी ने आइजी को मिलकर जांच लगवाई। एसपी जगमोहन सिंह की अगवाई में बनी स्पेशल इंवेस्टीगेश्न टीम (सिट) में डीएसपी भिखीविंड जैमल सिंह, सीआईए स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर हरदीप सिंह ने जांच शुरू की। सिट की इस टीम ने अपनी रिर्पोट में खुलासा किया कि टीके और गोलियां अजय कुमार चीनू और परमिंदर सिंह हीरा को फंसाने के लिए हीरा सिंह पुत्र गुरदीप सिंह निवासी गांव धुंन ने स्कार्पियो गाडी में रखी थी। सिट की रिपोर्ट के आधार पर 2016 में दोनों को जेल से डिस्चार्ज कर दिया गया। बाद में पुलिस ने इस मामले का चालान भी अदालत में पेश कर दिया। अजय कुमार चीनू ने इस मामले पर पुलिस की दोहरी नीति के खिलाफ पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका डाली। अजय कुमार चीनू ने पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में अपील की कि उसके खिलाफ पुलिस की और से दर्ज केस की जाच सीबीआइ से करवाई जाए। वीरवार को जस्टिस अरविंद सिंह सागवान ने सुनवाई करते हुए पंजाब सरकार, डीजीपी और सीबीआइ से 25 मार्च 2019 तक जवाब मांगा है।

चीनू के अनुसार एएसआइ हरदीप सिंह ने स्कार्पियो में नशीली गोलिया रखवाई थी। अजय कुमार चीनू ने दैनिक जागरण को बताया कि आरोपित हरदीप सिंह की पुलिस मदद करती है और उसकी गिरफ्तारी नहीं कर रही। पुलिस चाहती है कि हरजीत सिंह के साथ राजीनामा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि इसी रंजिश के तहत स्थानीय पुलिस ने उस एफआइआर का चालान अदालत में पेश किया। जिसकी जांच रिपोर्ट एसपी की अगुवाई वाली सिट द्वारा मुझे कलीनचिट दी गई।


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