नाबालिगा को अगवा करने का आरोपित से थाने से फरार
। 20 अगस्त की रात को नाबालिगा को अगवा करने वाला नाबालिग लड़का पुलिस के हाथ आया तो उसे थाने की सफाई करने के लिए लगा दिया गया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : 20 अगस्त की रात को नाबालिगा को अगवा करने वाला नाबालिग लड़का पुलिस के हाथ आया तो उसे थाने की सफाई करने के लिए लगा दिया गया। पुलिस को चकमा देकर आरोपित जज सिंह फरार हो गया।
मार्च महीने में आरोपित कस्बे की नाबालिग लड़की के साथ विवाह करने की जिद पर अड़ गया। जिद पूरी न होने पर उसने लड़की पर तेजाब डाल देने की धमकी दी। लड़की के स्वजनों द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई। परंतु मामला रफा दफा कर दिया गया। 20 अगस्त को आरोपित ने नाबालिग लड़की को अपने मां-बाप व जीजा की मदद से अगवा कर लिया। थाना हरिके में पुलिस ने केस दर्ज करके मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के हस्तक्षेप पर एसएसपी ने स्थानीय पुलिस को लड़की की बरामदगी के आदेश दिए। एएसआइ जतिंदर सिंह की अगुआई में पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया। साथ ही आरोपित को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया। अदालत ने नाबालिग आरोपित को फरीदकोट के बाल सुधार घर में 28 सितंबर तक भेजने का आदेश दिया। परंतु कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट के मद्देनजर उसे अभी थाने में ही रखा गया था। मंगलवार को आरोपित को थाने की सफाई का काम दे दिया गया। थाने के गेट आगे पानी का छिड़काव करते समय मौका देखकर वह फरार हो गया। उसे काबू करने के लिए छापामारी की गई, परंतु कुछ हाथ नहीं लगा।
परिवार ने लगाए आरोप, पुलिस ने जानबूझ कर भगाया
नाबालिग लड़की के स्वजनों ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस आरोपित को गिरफ्तार करना ही नहीं चाहती थी। थाने के 20 चक्कर लगाने व एसएसपी को दो बार लिखित शिकायत देने के बाद पुलिस ने लड़की को तो बरामद कर लिया। परंतु आरोपित लड़के को जानबूझकर भगाया है।
मामले की जांच की जाएगी : एसपी
एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया ने कहा कि थाना प्रभारी जरनैल सिंह सरां ने रिपोर्ट दी है कि आरोपित को गेस्ट रूम में रखा गया था। वह पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ है। उसे काबू करने के लिए छापामारी की जा रही है। इस मामले में अगर कोई लापरवाही बरती गई है तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।