आरा मशीन चलाते समय पट्टे में फंसा मालिक का बेटा, मौत
तरनतारन : लखविंदर सिंह के घर में उसकी शादीशुदा बेटी बलजीत कौर अपने दो भाइयों को राखी बांधने के लिए आई थी। इसबीच लखविंदर सिंह का 22 वर्षीय बेटे की आरा मशीन की चपेट में आने से मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : लखविंदर सिंह के घर में उसकी शादीशुदा बेटी बलजीत कौर अपने दो भाइयों को राखी बांधने के लिए आई थी। इसबीच लखविंदर सिंह का 22 वर्षीय बेटे की आरा मशीन की चपेट में आने से मौत हो गई। कस्बा भिखीविंड की वार्ड 6 निवासी लखविंदर सिंह की आरा मशीन है । लखविंदर सिंह की बड़ी बेटी बलजीत कौर शादीशुदा है। बड़े लड़के गुरप्रीत सिंह ने बीटेक की पढाई के बाद विदेश जाने के लिए हाल ही में आइलेट्स किया था।
पट्टे में पहले हाथ फंसा, फिर टांग
बताया जा रहा है कि शनिवार की दोपहर लखविंदर सिंह लकड़ी काटने के लिए आरा मशीन चलाने लगा। इस दौरान उसका बड़ा बेटा गुरप्रीत सिंह यह कहते आगे बढ़ गया कि आज आरा मैं चलाता हूं। आरे का एक पट्टा चढ़ाते गुरप्रीत सिंह की एक बाजू पट्टे में आ गई। उसने जोर से खुद को बचाने का प्रयास किया तो एक टांग भी पट्टे की लपेट में आ गई। परिवार द्वारा तेजी से आगे बढ़ कर आरा बंद किया गया। लहूलुहान गुरप्रीत सिंह को गंभीर स्थिति में निजी अस्पताल लेजाया गया यहा डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया।
लखविंदर कह रहा था इस बार बंधवाऊंगा चांदी की राखी
हादसे की जानकारी देते मृतक के पिता लखविंदर सिंह, मां बलविंदर कौर, बहन बलजीत कौर, रमनदीप कौर और भाई हरप्रीत सिंह ने बताया कि तीन दिन से घर में राखी की तैयारी चल रही थी। गुरप्रीत सिंह अपनी बहन को यह कह रहा था कि इस बार वह अपनी कलाई पर चांदी की राखी बंधवाएगा। थाना प्रभारी मनजिंदर सिंह ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे थे परंतु परिवार द्वारा कोई भी कानूनी कार्रवाई से मना कर दिया गया। खेमकरन हलके के पूर्व विधायक प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा, एडवोकेट गौरवदीप सिंह वल्टोहा, अमरजीत सिंह ढिल्लों भिखीविंड ने लखविंदर सिंह के साथ हमदर्दी जताई।