लोगों में विश्वास बढ़ाने के लिए आप के विधायक लालपुरा ने सिविल अस्पताल में करवाया मां का आपरेशन
सरकारी अस्पतालों के प्रति मरीजों का विश्वास जहां बढ़ रहा हैं वहीं वीआइपी उपयोग करने लगे हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के प्रति मरीजों का विश्वास बढ़ रहा है। वहीं पंजाब सरकार इन अस्पतालों में सेहत सेवाओं में सुधार करने के साथ मोहल्ला क्लीनिक खोलने की तैयारी कर रही है जिससे कि लोगों को घर के पास इलाज मिले। दूसरा विधायक भी लोगों में सरकारी सेहत सेवाओं के प्रति उनका विश्वास मजबूत करने के लिए निजी अस्पतालों को छोड़कर सरकारी अस्पतालों की ओर रुख करने लगे हैं। इसी के तहत खडूर साहिब विधानसभा हलके से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मनजिदर सिंह लालपुरा ने वीरवार को शहर के सिविल अस्पताल से अपनी 67 वर्षीय माता बलवीर कौर का पित्ते की पथरी का आपरेशन करवाया।
दरअसल, बुधवार को विधायक लालपुरा अपनी माता बलवीर कौर को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे। एसएमओ डा. स्वर्णजीत धवन की अगुआई में डाक्टरों की टीम ने उनकी जांच की। इसके बाद आपरेशन के लिए वीरवार का समय निर्धारित किया गया। विधायक अपनी माता को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां पर डाक्टर जेपी सिंह ने बलवीर कौर की फाइल तैयार की। ब्लड प्रेशर, ईसीजी की जांच के बाद आपरेशन थिएटर (ओटी) में डेढ़ घंटे में आपरेशन किया गया। विधायक लालपुरा ने बताया कि सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों का अनुभव अधिक होता है। मैं बतौर विधायक निजी अस्पताल का रुख भी कर सकता था, परंतु सरकारी सेहत सेवाओं के प्रति आम लोगों का विश्वास बढ़ाने के मद्देनजर सिविल अस्पताल से अपनी माता का आपरेशन करवा रहा हूं। वरिष्ठ नागरिक होने के कारण नहीं लगी फीस
एसएमओ डा. स्वर्णजीत धवन ने बताया कि दो दिन बाद बलवीर कौर को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। वरिष्ठ नागरिक होने के कारण बलवीर कौर के आपरेशन की सरकारी अस्पताल में किसी प्रकार की कोई फीस नहीं ली गई। वरिष्ठ नागरिकों का अस्पताल में पंजीकरण से लेकर आपरेशन तक पूरा इलाज निश्शुल्क होता है। एसएमओ ने लोगों से अपील की कि बेहतर सेहत सुविधाएं लेने के लिए सरकारी अस्पताल में आएं। फिरोजपुर के विधायक ने लाइन में लगकर बेटी का सर्टिफिकेट किया था अप्लाई
इससे पहले करीब 15 दिन पहले फिरोजपुर ग्रामीण के विधायक रजनीश दहिया फिरोजपुर छावनी के सेवा केंद्र में बेटी का सर्टिफिकेट बनवाने के लिए पहुंचे थे। दहिया बेटी के साथ खुद लाइन में लगे और आम लोगों की तरह फार्म भरा। दहिया की बेटी मेडिकल में 12वीं कक्षा की छात्रा है। उसने नीट की परीक्षा देने के लिए एससी कैटेगरी का जाति सर्टिफिकेट अप्लाई किया था। नाबालिग होने के कारण आवेदन में पिता की फोटो ली जाती है। इसी कारण दहिया सेवा केंद्र में बेटी के साथ आए थे।