महिलाओं ने संभाला गांव नियामतपुर में पहरे का मोर्चा
अमरगढ़ (संगरूर) कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन जहां दिन रात प्रयास में जुटा हुआ है।
संवाद सूत्र, अमरगढ़ (संगरूर) :
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन जहां दिन रात प्रयास में जुटा हुआ है, वहीं गांवों की पंचायतों ने भी अपने गांवों को सील कर लिया है। इसी कड़ी तहत नजदीकी गांव नियामतपुर की दो महिलाओं ने गांव को सील करके दिन भर पहरा देने का फैसला लिया है। महिलाओं ने गांव के मेन लिक रोड पर नाका लगा दिया है, ताकि गांव का कोई भी व्यक्ति गांव से बाहर न जाएं तथा न ही किसी बाहरी व्यक्ति को गांव में दाखिल होने नहीं दिया जाएगा। महिलाओं ने कर्फ्यू के दौैरान गांव में पहरा देने के लिए बकायदा प्रशासन से मंजूरी ली है।
नाके पर तैनात नरिदर कौर नियामतपुर व बेअंत कौर नियामतपुर ने बताया कि वह घरों में बैठकर समय गंवाना नहीं चाहती हैं। इसलिए उन्होंने थाना प्रमुख राजेश कुमार मल्होत्रा से संपर्क कर पहरा देने की इजाजत ली। उन्होंने बताया कि जहां गांव में चौबीसों घंटे पहरे पर आदमी ही तैनात हैं। महिलाओं को भी चाहिए कि वह भी लोगों की सुरक्षा करने के लिए विशाल लड़ाई में आगे आएं, ताकि कोरोना महामारी खिलाफ मिलकर जंग लड़ी जा सके। वह सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक 12 घंटे रोज गांव के मेन रास्ते पर पहरा देंगी। थाना प्रमुख राजेश कुमार मल्होत्रा ने बताया कि गांव की दोनों महिलाओं ने कोरोना से डरने की बजाय गांव के मेन रास्ते पर पहरा देने की पहल की है, जो बेहद अच्छा कार्य है। सभी को मिलकर इस महामारी का मुकाबला करना होगा। तभी इस पर विजय प्राप्त की जा सकती है। अन्यथा जैसा हाल बाहरी देशों का हुआ है वैसा हाल भारत का हो सकता है।