धूरी में टिक्की खाने के बाद बच्चों में विवाद, मामला पहुंचा पुलिस थाने
नजदीकी गांव मीमसा के अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चे को अपने साथियों को दुकान से टिक्की खिलानी महंगी पड़ गई।
संवाद सूत्र, धूरी (संगरूर)
नजदीकी गांव मीमसा के अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चे को अपने साथियों को दुकान से टिक्की खिलानी महंगी पड़ गई। सरकारी अस्पताल धूरी में ईलाज करवा रहे नेमपाल सिंह ने बताया कि वीरवार को वह अपने दोस्तों को गांव मीमसा की दुकान पर टिक्की खिलाने ले गया। जब सभी ने टिक्की खा लीं तो पैसे देने से पहले सभी साथी उसे अकेला छोड़कर भाग गए। दुकानदार ने नेमपाल को मौके पर पकड़ लिया। इसके बाद जब वह दुकान से वापस आया तो उसके दोस्तों ने मिलकर बुरी तरह से पीटा। उसे बांधकर लटकाया गया, घसीटा गया। मारपीट करने वालों में एक अनुसूचित जाति वर्ग व दो बच्चे उच्च जाति के परिवार से संबंध रखते हैं। गांव के सरपंच सुखबीर सिंह ने कहा कि तीन दिन पहले गांव के बच्चे आपस में झगड़ पड़े थे। मामला गांव स्तर पर ही निपटा लिया गया था, लेकिन अब बच्चे को अस्पताल में क्यों दाखिल करवाया गया है। वहां पर भी दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। दूसरी तरफ डीएसपी धूरी परमजीत सिंह संधू ने कहा कि घटना की सदर धूरी एसएचओ द्वारा जांच की जा रही है। जांच के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी।