हिस्सेदारों ने नहीं दिए पैसे तो ट्राला चालक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या
संगरूर नजदीकी गांव रामगढ़ जवंधे में एक ट्रक ट्राला चालक ने हिस्सेदारों परेशान हो आत्महत्या की।
जागरण संवाददाता, संगरूर : गांव रामगढ़ जवंधे में एक ट्रक ट्राला चालक ने हिस्सेदारों द्वारा लाखों रुपये की बकाया राशि न देने से आहत होकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक की मां के बयानों के आधार पर दो हिस्सेदारों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है। आरोपितों में से मृतक के मामा का ही लड़का है, जिसने पैसे देने की बजाए राशि न देने से साफ इंकार कर दिया था।
हरबंस कौर पत्नी नायब सिंह निवासी रामगढ़ जवंधे ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा कुलवीर सिंह के पास 22 टायरों वाला ट्रक ट्राला था, जिसे चलाकर वह अपने परिवार का गुजारा चलाता था। इसके अलावा उसकी एक अन्य गाड़ी में जगसीर सिंह उर्फ जग्गी निवासी रामगढ़ जवंधा व मामा के लड़के गुरप्रीत सिंह निवासी भट्टीवाल थाना भवानीगढ़ के साथ हिस्सेदारी थी। जगसीर के साथ कुलवीर सिंह का दोनों गाड़ियों में हिस्सेदारी चल रही थी। दोनों गाड़ियों का हिसाब-किताब करने पर जगसीर व गुरप्रीत सिंह ने कुलवीर सिंह को चार लाख 25 हजार रुपये देने थे। कुलवीर सिंह बार-बार इनसे पैसे मांगता रहा, लेकिन यह दोनों बार-बार पैसे देने से आनाकानी करते रहे, जिस कारण कुलवीर सिंह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। करीब बीस दिन पहले कुलवीर सिंह ट्रक ट्राला लेकर पंजाब से बाहर गया हुआ था, जहां उसका ट्राला खराब हो गया व उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। इस कारण कुलवीर सिंह ने इन दोनों से फिर से पैसे मांगे तो दोनों ने ही पैसे देने से साफ इंकार कर दिया। पैसे न मिलने के कारण परेशान हुए कुलवीर सिंह ने बुधवार को अपने घर पर शाम को अपने कमरे में छत वाले पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। हरबंस कौर ने कहा कि उसके पुत्र कुलवीर सिंह ने जगसीर सिंह व गुरप्रीत सिंह द्वारा पैसे लेने से इंकार करने के कारण आत्महत्या की है। पुलिस ने हरबंस कौर के बयानों के आधार पर दोनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।