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विद्यार्थियों ने स्टाफ को बनाया कालेज में बंधक, देर शाम तक नहीं मिली रिहाई

लहरागागा (संगरूर) नौ माह से वेतन न मिलने के रोष में पिछले पंद्रह दिनों से भूख पर बैठे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 11:22 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 06:10 AM (IST)
विद्यार्थियों ने स्टाफ को बनाया कालेज में बंधक, देर शाम तक नहीं मिली रिहाई
विद्यार्थियों ने स्टाफ को बनाया कालेज में बंधक, देर शाम तक नहीं मिली रिहाई

जेएनएन, लहरागागा (संगरूर)

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नौ माह से वेतन न मिलने के रोष में पिछले पंद्रह दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे बाबा हीरा सिंह भट्ठल कॉलेज के स्टाफ की हड़ताल के कारण अब विद्यार्थी भी संघर्ष के राह पर उतर आए हैं। हड़ताल से आहत विद्यार्थियों ने स्टाफ के खिलाफ संघर्ष का मोर्चा आरंभ करते हुए शुक्रवार को कालेज के गेटों को ताला लगाकर स्टाफ को अंतर बंधक बना लिया तथा किसी को भी कालेज से देर शाम तक बाहर जाने नहीं दिया गया। ऐसे में स्टाफ व विद्यार्थी आमने-सामने हो गए हैं, जिस कारण कालेज में स्थिति चिताजनक बनी हुई है। स्टाफ को अंदर बंद करने की सूचना मिलते ही लहरागागा पुलिस थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन विद्यार्थियों ने एलान किया कि जब तक हड़ताल समाप्त नहीं की जाएगी, तब तक स्टाफ को रिहा नहीं किया जाएगा। गौर हो कि कालेज में 105 सदस्यों का स्टाफ है, जिनमें से 90 लेक्चरार व स्टाफ सदस्य कालेज के भीतर बंद रहे। इनमें से 20 से अधिक महिला स्टाफ सदस्य मौजूद हैं। विद्यार्थियों ने मेन गेट पर धरना लगाकर पढ़ाई आरंभ करने की मांग की। साथ ही कॉलेज मैनेजमेंट, पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

कालेज के गेट पर धरने पर बैठे छात्रों ने कहा कि वह कॉलेज में सैकड़ों मील दूर से पढ़ने के लिए आएं हैं, जबकि यहां पर स्टाफ की ओर से पिछले आधे माह से भूख हड़ताल जारी रखी हुई है, जिस कारण उनकी पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है। उनकी वार्षिक परीक्षाएं बेहद नजदीक हैं, जिस कारण उनके भविष्य खतरे में पड़ा हुआ है। उन्होंने कॉलेज में पढ़ाई के लिए मोटी फीसें अदा कर रखी हैं। भूख हड़ताल की वजह से उनका एक भी लेक्चर नहीं लगता है, जिससे उनकी कीमती पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। इस सबके बावजूद वह बेबस है। छात्रों ने पंजाब सरकार व संस्था के प्रबंधकों से निवेदन किया है कि वह स्टाफ से समझौता कर उनकी हड़ताल को जल्द खत्म करवाएं, वरना वह किसी भी कीमत पर संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे तथा भूख हड़ताल समाप्त होने के बाद ही स्टाफ को रिहा किया जाएगा। उन्होंने एलान किया कि सोमवार को मेन रोड पर चक्का जाम किया जाएगा।

उधर, लेक्चरर कमल गर्ग, लेक्चरार अमनदीप कौर ने कहा कि उन्हें पिछले नौ माह से तनख्वाह नहीं मिला है, जिस कारण समूह लेक्चरारों व स्टाफ को आर्थिक तंगी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। बार-बार मैनेजमेंट की ओर से जल्द तनख्वाह जारी करने का भरोसा दिलाया जाता है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें तनख्वाह नहीं मिल रही है। आर्थिक तंगी से परेशान होकर ही स्टाफ भूख हड़ताल करने को मजबूर हुई है। तनख्वाह जारी होने के बाद ही भूख हड़ताल समाप्त की जाएगी। कालेज प्रिसिपल विनीत छिबे ने कहा कि हड़ताल के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कालेज में कई विषयों के अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए अध्यापक भर्ती की मांग की गई थी, परंतु विभाग ने वित्तीय संकट के कारण भर्ती को प्रवानगी नही दी है। तनख्वाह जारी करवाने की उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है। अध्यापकों को कुछ माह की तनख्वाह जारी करने की बात कही गई है, लेकिन स्टाफ पूरी तनख्वाह जारी होने पर ही हड़ताल समाप्त करने की जिद्द पर अड़े हुए हैं। जल्द ही मसले का हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

मौके पर पहुंचे थाना सिटी के इंचार्ज जगरूप सिंह की अगुआई में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। देर शाम तक प्रिसिपल, स्टाफ सदस्यों, विद्यार्थियों व मैनेजमेंट के बीच बैठक जारी रही, रात आठ बजे सोमवार तक भुगतान का भरोसा मिलने के बाद छोड़ा।


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