पंजाब में 'स्पेशल 26', रिटायर अफसर के घर फिल्मी अंदाज में ईडी की फर्जी रेड, नकदी व गहने ले गए
संगरूर के भवानीगढ़ में एक घर में सात बदमाश ईडी की टीम बनकर घुस गए। घर से नकदी व गहने जब्त कर लिए और फिर परिवार जब्त सामान की लिस्ट थमा दी। परिवार इसे ईडी की रेड समझता रहा लेकिन बाद में पता चला कि यह तो लूट थी।
जेएनएन, भवानीगढ़ (संगरूर)। बालीवुड की फिल्म 'स्पेशल 26' की कहानी की तरह शुक्रवार को कस्बा भवानीगढ़ में शातिरों ने सेवानिवृत जिला खाद्य नियंत्रक कृष्ण कुमार कोहली के घर छापामारी कर 3.40 लाख नकदी और लाखों रुपये के गहने लूट लिए। सात बदमाश इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) के अधिकारी बन घर में घुसे। डेढ़ घंटे तक घर में रुके। नकदी और सोने-चांदी के गहनों को जांच के लिए कब्जे में ले लिया।
जाते समय लुटेरों ने कब्जे में लिए सामान की सूची परिवार को थमा दी। पेट्रोल पंप पर भी जांच के लिए परिवार को बुलाया और खुद गायब हो गए। इस दौरान परिवार को बिल्कुल शक नहीं हुआ कि यह लोग ईडी के अधिकारी नहीं बल्कि बदमाश हैं। बाद में सेवानिवृत अधिकारी पेट्रोल पंप पर कई घंटे टीम का इंतजार करता रहा, लेकिन कोई नहीं आया। तब उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ लूट हुई है।
सेवानिवृत अधिकारी कृष्ण कुमार कोहली ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि सुबह करीब छह बजे एक व्यक्ति दीवार फांदकर उनके घर में घुस आया। उसने घर के मुख्य गेट के बाहर खड़े टीम के छह से सात साथियों को अंदर बुला लिया। उस समय घर पर पत्नी, बेटा, बहू और उनके दो बच्चे मौजूद थे। घर में घुसे तीन लोगों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। दो ने साधारण कपड़े, एक ने सफेद रंग की ड्रेस और एक काले रंग की पेंट और कमीज पहनी हुई थी। सभी ने मास्क लगाए थे और उनके हाथ में हथियार थे।
एक बदमाश ने उनके हाथ में कागज थमाते हुए कहा कि वह ईडी के अधिकारी हैं और छापामारी करने आए हैं। परिवार के सभी लोगों को उन्होंने एक जगह बैठा दिया। मोबाइल कब्जे में ले लिए। बदमाशों ने करीब आधा किलो चांदी, 450 ग्राम सोने के गहने और 3.40 लाख रुपये अपने कब्जे में ले लिए।
पेट्रोल पंप के पूर्व मैनेजर पर जताया शक
परिवार ने पुलिस को बताया कि जाते समय लुटेरे यह कह गए कि वे पेट्रोल पंप के पूर्व मैनेजर विशाल उर्फ बबलू के घर छापामारी करने जा रहे हैं। विशाल ने ही उनके खिलाफ शिकायत की है। इसके बाद पेट्रोल पंप पर जांच की जाएगी। वह लोग पंप की लेजर बुक लेकर वहां पहुंच जाएं। परिवार ने भी पूर्व मैनेजर पर शक जताया है। उसे इस साल मार्च में नौकरी से हटा दिया था।
नहीं लगा लुटेरों को सुराग : डीएसपी
डीएसपी भवानीगढ़ सुखराज सिंह घुम्मण का कहना है कि घटनास्थल का जायजा लेने पर घर में किसी टीम के आने कोई सुराग नहीं मिला है। घर के गेट या बाहर कहीं सीसीटीवी भी नहीं लगे हैं। आसपास के घरों के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। लुटेरों का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। फिलहाल मामला संदिग्ध लग रहा है। पीडि़त के बयान भी बार-बार बदल रहे हैं।