स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालय अव्यवस्था के शिकार
सुनाम बनाए गए शौचालों की सफाई न होने से लोग परेशान।
जेएनएनस, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : स्थानीय शहीद ऊधम सिंह लाइब्रेरी में देश के प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान के बैनर तले बने सरकारी शौचालय दुकानदारों को स्वच्छ भारत का मुंह चिढ़ाती तस्वीर दिखा सभी जिम्मेवार अधिकारियों की बुरी कार्यशैली को उजागर कर रहे हैं। जिससे परेशान दुकानदारों ने नगर कौंसिल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बताया कि स्थानीय नगर कौंसिल द्वारा कुछ समय पहले लाखों रुपए खर्च करके स्वच्छ भारत अभियान के तहत सार्वजनिक शौचालय बनवाए थे, लेकिन जब से यह शौचालय बने हैं तब से ही यह चर्चा का विषय बने हुए हैं। इन शौचालयों में सबसे बड़ी मुश्किल सफाई न होना है, जिस कारण बीमारी फैलने का खतरा है व शौचालय के निर्माण में भी घटिया दर्जे की सामग्री का इस्तेमाल किया गया है, जिस कारण शौचालय में लगी पानी के नल, हाथ धोने के लिए वॉशवेशन, टॉयलेट सीट व दरवाजे तक की हालत काफी खस्ता है। शौचालय पर रखी पानी की टंकी भी भर जाने के बाद लीक करने लगती है। उन्होंने बताया कि पहले बाजार से प्रति दुकान रुपये इकट्ठा करके इन शौचालय की रोजाना सफाई करवाई जाती थी, लेकिन समय के साथ-साथ सफाई कर्मचारी भी प्रतिदिन 100 रुपये मांगने लगा है, जिस कारण पिछले करीब एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद इन शौचालय की सफाई नहीं हो रही। दुकानदारों ने स्वच्छ भारत अभियान के जिम्मेवार अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जब देश की सरकार शौचालय बनाने के लिए राशि भेज सकती है तो इनकी सफाई के लिए भी फंड का इंतजाम किया जाना चाहिए।
इस मौके अशोक कुमार, प्रेम कुमार, संदीप कुमार, बिहारी अरोड़ा, राजू नागपाल, विकास जिदल, अनवर आदि मौजूद थे।
इस बारे में स्वच्छ भारत अभियान के इंचार्ज विमल कुमार ने कहा कि दो से तीन दिन बाद इनकी सफाई होनी चाहिए, लेकिन अंतिम बार इनकी सफाई कब हुई इस बारे में वह कुछ भी बताने में असमर्थ दिखाई दिए।