भीषण गर्मी में जमीन हक के लिए सड़क पर उतरे मजदूर
संगरूर जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी ने जमीन प्राप्ति के लिए किया प्रदर्शन।
संवाद सहयोगी, संगरूर :
जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी ने महामारी की आड़ में अफसरशाही व सरकार द्वारा अनुसूचित वर्ग की जमीन छीनने के खिलाफ वीरवार को जिला प्रबंधकीय परिसर के समक्ष धरना देकर रोष प्रदर्शन किया गया। चिलचिलाती धूप व गर्मी के बीच अनुसूचित वर्ग के लोगों का रोष सरकार के खिलाफ जमकर भड़का। महिलाओं सहित बच्चों ने भी गर्मी के दौरान धरने में भाग लेकर सरकार खिलाफ नारेबाजी की। कमेटी के जोनल प्रधान मुकेश मलोद, बिक्कर हथोआ, जगतार तोलेवाल ने बताया कि पंचायत विभाग व प्रशासन दलितों के हिस्से की पंचायती जमीन छीनने के लिए रेट बढ़ाकर डम्मी बोली करवा रहा है, जबकि कानून मुताबिक बहुसंख्या को सांझी खेती करने के लिए जमीन दी जाती है, ताकि वह अपने परिवार व पशुओं का पालन कर सकें। परन्तु सरकारी अफसरों द्वारा खुद कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। दलितों से जमीन छीनकर उन्हें कंगाल बनाने के लिए साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि वह दलित हिस्से की जमीन किसी कीमत पर छीनने नहीं देंगे, जिन गांव में रेट बढ़ाए गए हैं व डमी बोली हुई है, उन्हें रद करवाने व रेट कम करवाने के लिए लगातार संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जो गांव अपने हिस्से की जमीन में कब्जा कर बैठे हुए हैं, वह कब्जा हक मिलने तक जारी रहेगा। प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देने के बाद आगामी संघर्ष का एलान जल्द किया जाएगा। इस मौके हरबंस कुलारा, चमकौर सिंह घरराचों, गुरदास जलूर, गुरदीप धंदीवाल आदि उपस्थित थे।