अस्पताल में डॉक्टरों के खाली पोदों को भरने की मांग
संगरूर सरकारी सिविल अस्पताल भवानीगढ़ में डाक्टरों व अन्य स्टाफ की खाली पड़ी पोस्टों के मामलों को लेकर शहर व इलाका निवासियों ने रोष प्रदर्शऩ किया। नारेबाजी करते हुए हर¨वदर ¨सह काकड़ा, इंद्रजीत ¨सह तूर, ट्रक यूनियन के पूर्व प्रधन हरजीत ¨सह बीटा, जगसीर ¨सह खेड़ी, हर¨वदर ¨सह बंटी ढिल्लो, कुलवंत ¨सह काड़ा ने कहा कि इलाके के 60 गांवों व भवानीगढ़ शहर की आबादी के इलाज के लिए यह एकमात्र ही सरकारी अस्पताल मौजूद हैं। जहां रोजाना भारी गिनती में मरीज पहुंचते हैं।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
सरकारी सिविल अस्पताल भवानीगढ़ में डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की खाली पड़े पदों के मामलों को लेकर शहर व इलाका निवासियों ने रोष प्रदर्शन किया। इस मौके पर हर¨वदर ¨सह काकड़ा, इंद्रजीत ¨सह तूर, ट्रक यूनियन के पूर्व प्रधान हरजीत ¨सह बीटा, जगसीर ¨सह खेड़ी, हर¨वदर ¨सह बंटी ढिल्लो, कुलवंत ¨सह काड़ा ने कहा कि इलाके के 60 गांवों व भवानीगढ़ शहर की आबादी के इलाज के लिए यह एकमात्र ही सरकारी अस्पताल मौजूद हैं। जहां रोजाना भारी गिनती में मरीज पहुंचते हैं। ब¨ठडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर स्थिति होने के कारण सड़क हादसे भी अक्सर होते रहते हैं, लेकिन डाक्टरों व स्टाफ की कमी कारण लोगों को इलाज नहीं मिल पाता। मजबूरन यहां से मरीजों को संगरूर या पटियाला रेफर कर दिया जाता है। अक्सर आपात स्थिति में मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों की चार पदों व स्टाफ नर्सों की नौ पदों सहित अन्य स्टाफ की भी भारी कमी है। सरकारी अस्पताल में डाक्टरों की कमी कारण मजबूरन लोगों को अपना इलाज प्राइवेट अस्पतालों में करवाना पड़ता है। इस बाबत कई बार उच्चाधिकारियों व हलके के विधायक से मिल चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। लोगों के रोष को देखते हुए एसएमओ डॉ. प्रवीन गर्ग ने प्रदर्शनकारियों को शांत किया। डॉ. गर्ग ने डॉक्टरों व स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को पेश आ रही मुश्किल पर सहमति जाहिर की। उन्होंने कहा कि पदों को भरने बाबत उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। जल्द ही डॉक्टरों सहित अन्य स्टाफ तैनात किया जाएगा।