कानून के माहिर पर्यावरण की कर रहे रखवाली, हाईवे पर लगा रहे पौधे
सचिन धनजस, संगरूर : प्रदूषित हो रहे वातावरण को बचाने के लिए पौधरोपण करना बेहद जरूरी ह
सचिन धनजस, संगरूर :
प्रदूषित हो रहे वातावरण को बचाने के लिए पौधरोपण करना बेहद जरूरी है। हर व्यक्ति की मन को हरियाली भाती है, लेकिन इसके बावजूद हर व्यक्ति पौधे लगाने को तवज्जो नहीं देता, जिस कारण सड़कें वीरान हो चुकी है। ग्लोबल वार्मिंग लगातार बढ़ रही है, जिस कारण धरती पर गर्मी बढ़ने से अब लोगों हर वक्त एसी की हवा में रहना पसंद करने लगे हैं। यदि हालात यू हीं रहे तो धरती पर इंसान का जिंदा रहना बेहद मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि वृक्षों की कटाई लगातार जारी है, जबकि इसके मुकाबले पौैधरोपण का अनुपात बेहद कम है। लेकिन इसके बीच ही शहर के कुछ युवा ऐसे भी है तो पर्यावरण को बचाने के लिए लगातार पौधरोपण करने में जुटे हुए हैं। वह न केवल सड़कों किनारे खुद पौधरोपण करते है, बल्कि इन पौधों को विकसित रने के लिए उनकी संभाल करने में भी पूरी मेहनत करते हैं। शहर के वकील व युवाओं ने अब तक 1500 हजार पौधे संगरूर-पटियाला मुख्य मार्ग पर लगा दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि वकील समीर फत्ता, वकील रमीत पाठक, अमित शर्मा, ¨रकू शर्मा बड़रुखां, रोबन सतीजा सहित अन्य युवा शहर के बाहरी मार्गों पर कई किलोमीटर तक पौधे लगा चुके हैं और हर रविवार इनकी संभाल करते हैं। वकील समीर फत्ता ने बताया कि बढ़ रही ट्रैफिक व सड़कों के किनारे से लाखों की तादाद में काटे गए वृक्षों के कारण वातारण का संतुलन बिगड़ चुका है। हर इंसान व पशु को जीने के लिए आक्सिजन, खाने के लिए फल, धूप से बचने के लिए पेड़ों की छांव, फर्नीचर के लिए लकड़ी व अंतिम संस्कार के लिए भी भारी मात्रा में लकड़ी की जरूरत होती है, लेकिन लोग एक पौधा लगाने में भी संकोच करते रहते हैं। ऐसे में हर व्यक्ति को अपने जीवन में पौधारोपण करने का प्रण लेकर अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए, ताकि धरती को हरा-भरा बनाने के साथ ही अपनी सांसों की डोर को चलाने के लिए आक्सिजन मिल सके। हर रविवार को लगाए जाते हैं पौधे
समीर फत्ता ने कहा कि वह अपने दोस्तों सहित हर रविवार को हाईवे के किनारे पौधारोपण करते हैं। रविवार सुबह पांच-छह बजे एक दर्जन दोस्तों के साथ ट्रैक्टर ट्राली में पौधे, पानी से भरी टंकी, बाल्टियां व अन्य औजार लेकर निकलते हैं। इस कार्य में उनके साथ उनके बच्चे भी पूरा सहयोग देते हैं। पांच किलोमीटर के एरिया में सड़क के दोनों तरफ 500 पौधे लग जाते हैं। पहले पड़ाव में दस किलोमीटर तक के हाईवे पर एक हजार से अधिक पौधे लगाए गए। घने वृक्षों वाले पौधे लगाना ही प्राथमिकता
द्वारा नीम, पीपल, बरोटा, जामुन, तिलपत्थर, सफेदा, डेक सहित अन्य छायादार पौधे लगाए जा रहे हैं। वह केवल पौधा लगाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनकी देखभाल पर भी हर सप्ताह नजर रखी जाती है। शहर से पानी भरकर पानी की टंकी लेकर चलते हैं और सभी पौंधों में पानी डालते हुए चलते हैं। अगर कोई पौधा सूख गया है तो तुरंत उसकी जगह पर नया पौधा लगाया जाता है। सावन में शुरू होगा पौधरोपण अभियान
गर्मी अधिक होने के कारण अभी पौधरोपण मुहिम रोक दी गई है। सावन के माह में नए पौधे लगाए जाएंगे। उक्त युवाओं ने शहर निवासियों से सहयोग की मांग की। लोग उन्हें पौधे भेंट करें, ताकि अधिक से अधिक पौधे लगाए जा सकें। उक्त युवा अपनी जेब से पैसे खर्च कर पौधरोपण करने में जुटे हैं।