Sangrur: पुलिस ने आरोपितों को बचाने की खातिर परिवार को दबाया, कार्रवाई की मांग
Sangrur चोरी के आरोप लगने से आहत होकर जहरीली चीज निगलकर आत्महत्या करने वाले युवक के परिवार ने पुलिस पर धक्केशाही का आरोप लगाते हुए इंसाफ की गुहार लगाई। परिवार का आरोप है कि मृतक ने मरने से पहले अपने सुसाइड नोट में तीन व्यक्तियों का नाम लिखा था।
संगरूर, जागरण टीम: चोरी के आरोप लगने से आहत होकर 16 नवंबर को संगरूर रेस्ट हाउस में जहरीली चीज निगलकर आत्महत्या करने वाले युवक के परिवार ने पुलिस पर धक्केशाही का आरोप लगाते हुए इंसाफ की गुहार लगाई। परिवार का आरोप है कि मृतक ने मरने से पहले अपने सुसाइड नोट में तीन व्यक्तियों का नाम लिखा था, लेकिन पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज करने की बजाए धारा 174 तहत कार्रवाई की थी।
शनिवार को मैं पंजाबी मंच के कार्यकर्ता सतिंदर सैणी ने इस मामले को उठाते हुए पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की हिमायत की। मामले की जानकारी देते हुए मृतक के पिता प्रमोद शाह ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उसका 28 वर्षीय बेटा दीपक कुमार मालेरकोटला डीसी की रिहायश पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में नौकरी करता था। इस दौरान वहां काम करने वाले तीन अन्य नौजवानों ने उनके पुत्र पर रंजिश के तहत चोरी का झूठा आरोप लगा दिया था, जिससे आहत होकर उसके बेटे ने जहर निगलकर आत्महत्या कर ली थी। इस बाबत दीपक ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें तीनों व्यक्तिों के नाम भी दर्ज हैं लेकिन पुलिस ने परिवार की एक नहीं सुनी व उसके भाई पर दबाव दबाव बनाकर इस मामले में धारा 174 तहत कार्रवाई कर दी, जबकि उक्त तीनों व्यक्तियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। उसके बेटे को आत्महत्या के लिए उक्त तीनों नौजवान जिम्मेदार हैं। पूरा परिवार संगरूर एसएसपी से भी मुलाकात कर चुका है, उन्होंने इंसाफ का भरोसा दिलाया है। मैं पंजाबी मंच के सदस्य सतिंदर सैणी ने कहा कि परिवार की पूरी मदद करेंगे। दीपक के आत्महत्या मामले की जांच की मांग की। अगर पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई न की तो हाईकोर्ट का सहारा लेंगे। उधर, पूर्व विधायक सुरिंदरपाल सिंह सीबिया ने भी पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाई की हिमायत की। इस मौके पर मैं पंजाबी मंच के सदस्य संदीप भुल्लन, रशपाल सिंह टीपू आदजि उपस्थित थे।