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बारिश व तेज हवाओं ने धान की फसल जमीन पर बिछी

संगरूर शनिवार को तेज बरसात व रविवार को चली हवाओं ने किसानों को ¨चता में डाल दिया है। तेज बारिश व हवा के कारण किसानों की धान की फसल जमीन पर बिछ गई व किसानों को फसल बर्बाद होने की ¨चता सता रही है। वहीं दूसरी तरफ शहर में बारिश के कारण जलभराव की स्थिति पैदा होने से शहरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गांव भट्टीवाल कलां के किसान हरजीत ¨सह ने बताया कि उसने धान की 1509 किस्म की बिजाई की थी और फसल अब बिलकुल पकने को तैयार थी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 12:02 AM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 12:02 AM (IST)
बारिश व तेज हवाओं ने धान की फसल जमीन पर बिछी
बारिश व तेज हवाओं ने धान की फसल जमीन पर बिछी

जागरण संवाददाता, संगरूर

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शनिवार को तेज बरसात व रविवार को चली हवाओं ने किसानों को ¨चता में डाल दिया है। तेज बारिश व हवा के कारण किसानों की धान की फसल जमीन पर बिछ गई व किसानों को फसल बर्बाद होने की ¨चता सता रही है। वहीं दूसरी तरफ शहर में बारिश के कारण जलभराव की स्थिति पैदा होने से शहरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गांव भट्टीवाल कलां के किसान हरजीत ¨सह ने बताया कि उसने धान की 1509 किस्म की बिजाई की थी और फसल अब बिलकुल पकने को तैयार थी। ¨कतु इस बेमौसमी बारिश ने उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। बारिश व हवा के कारण उनकी सारी फसल जमीन पर बिछ गई, जिससे फसल बर्बाद होने का डर है। इसके अलावा गांव के किसान गुरप्रीत ¨सह, छज्जू ¨सह, दर्शन ¨सह और अमृत ¨सह ने सरकार पर रोष जाहिर करते हुए कहा कि यदि सरकार किसानों को धान की बिजाई समय पर करने देती तो किसानों को यह नुकसान नहीं उठाना पड़ता। उन्होंने बताया कि जमीन पर बिछ गई फसल का दाना खराब हो सकता है और झाड़ कम निकलनेके साथ साथ उन्हें इसका वाजिब भाव भी नहीं मिलेगा। इसके अलावा इस बारिश के कारण सब्जियों और पशुओं के चारे का भी नुकसान पहुंचा है।


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