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प्लास्टिक के लिफाफे रोक रहे सीवरेज की सांस

जागरण संवाददाता, संगरूर : पॉलीथिन लिफाफें जहां पर्यावरण के लिए बेहद नुकसानदायक बने हुए हैं, वहीं

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jun 2018 04:13 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jun 2018 04:13 PM (IST)
प्लास्टिक के लिफाफे रोक रहे सीवरेज की सांस
प्लास्टिक के लिफाफे रोक रहे सीवरेज की सांस

जागरण संवाददाता, संगरूर :

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पॉलीथिन लिफाफें जहां पर्यावरण के लिए बेहद नुकसानदायक बने हुए हैं, वहीं पॉलीथिन ने सीवरेज की सांसों को रोक रखा है। नालियों व बरसाती नालों में भरे पॉलीथिन लिफाफें पानी की निकासी को रोके हुए हैं, जिस कारण बरसात के मौसम में शहर को जल भराव की स्थिति का सामना करना पड़ता है। यह पॉलीथिन न गलने की वजह से सीवरेज बोर्ड के लिए यह लिफाफें गले की फांस बन चुके हैं और सीवरेज बोर्ड भी इनसे निपटने में सफल नहीं हो पा रहा है। लोगों को बेशक लगातार पॉलीथिन लिफाफों का इस्तेमाल न करने के लिए जागरूक किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद लोगों की मनमानी गंदे पानी की निकासी पर भारी पड़ रही है।

उल्लेखनीय है कि मानसून का दौर आगामी कुछ ही दिन में आरंभ होने वाला है। मानसून के मद्देनजर बेशक में सीवरेज की सफाई की जा रही है, लेकिन नालियों, बरसाती नालों, निकासी नालों में जमा पॉलीथिन लिफाफें पानी की निकासी में सबसे बड़ी रुकावट हैं। शहर का सुनामी गेट नाला, सुनाम रोड नाला, रणबीर कालेज रोड पर मौजूद नाला पॉलीथिन के लिफाफों से लबालब भरा हुआ है। लिफाफों के फंसने की वजह से पानी की निकासी पूरी तरह से ठप हो जाता है। प्रशासन द्वारा इन बरसाती नालों की सफाई पर पर्याप्त ध्यान न दिए जाने के कारण यह समस्या विकराल होती जा रही है।

स्थानीय मंडी वाली गली जहां सराफा बाजार के नाम पर मशहूर है, वहीं आजकल सफाई में सबसे फिसड्डी साबित हो रही है। दुकानदारों द्वारा दुकानों का कूडा कचरा कूड़ेदान में डालने की बजाए, लिफाफों में डालकर गली में फेंक दिया जाता है। गली के सफाई सेवक राजेश कुमार नगर कौंसिल की स्वच्छ भारत अभियान की टीम को भी इसकी शिकायत कर चुका है। कूडे से भरे लिफाफे फंसने से सीवरेज जाम हो जाता है, जिस कारण जहां सफाई सेवक को सफाई करने में परेशानी उठानी पड़ती है, वहीं गंदा पानी जगह-जगह भर जाता है। लोग नालों में न फेंके पालीथिन लिफाफें

सहारा फाउंडेशन के प्रतिनिधि सरबजीत ¨सह रेखी ने कहा कि अक्सर लोग अपने घरों का कूडा कर्कट पॉलीथिन लिफाफों में बांधकर सड़कों पर फेंक देते हैं। सड़कों पर पड़े लिफाफे सड़क किनारे मौजूद निकासी नालों, बरसाती नालों में गिर जाते हैं, जिससे नाला में पानी की निकासी रुक जाती है। ऐसे में लोग गलने योग्य लिफाफों का इस्तेमाल करें व कूडा कर्कट नालों व सड़कों में फेंकने की बजाए, गंदगी के डंप पर रखे कूड़ेदान में ही डालें। नगर कौंसिल की सुस्ती, पड़ेगी भारी

सीवरेज बोर्ड की ओर से जहां शहर के सीवरेज की सफाई का काम आरंभ कर दिया गया है, वहीं शहर के बरसाती नालों की सफाई का जिम्मा नगर कौंसिल के कंधों पर है। नगर कौंसिल की सुस्ती मानसून के सीजन के दौरान शहर निवासियों पर भारी पड़ सकती है। नगर कौंसिल की कुंभकरणी नींद अभी खुली नहीं है।


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