यज्ञ करने से देवलोक मिलता है: गिरीश दत्त
संत शिरोमणि बाबा बंसी वालों की देखरेख में चल रहे श्री विष्णु महायज्ञ के दौरान मुख्य यज्ञाचार्य गिरिशदत्त वशिष्ट ने बताया कि यज्ञ करने से प्राणी को देवलोक की प्राप्ति होती है और पापकों का नाश होता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ साज्ञात भगवान विष्णु का स्वरूप है।
संवाद सहयोगी, धूरी (संगरूर)
स्थानीय अनाज मंडी में संत शिरोमणि बाबा बंसी वालों की देखरेख में चल रहे श्री विष्णु महायज्ञ के दौरान मुख्य यज्ञाचार्य गिरीश दत्त वशिष्ट ने बताया कि यज्ञ करने से प्राणी को देवलोक की प्राप्ति होती है व पापों का नाश होता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ साक्षात भगवान विष्णु का स्वरूप है। यज्ञाचार्य ने कहा कि यज्ञ करने से जहां वातावरण की शुद्धि होती है, वहीं संपूर्ण विधि के लिए किए जाने वाले ऐसे महायज्ञों में शामिल होने से देवगण व पितृगण जीवंत रहते हैं तथा यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने से सभी तीर्थो का फल प्राप्त होता है। वशिष्ट ने कहा कि भारतीय संस्कृति को छोड़कर पश्चिमी सभ्यता को अपनाना हमारे लिए घातक सिद्ध हो सकता है, क्योंकि भारतीय संस्कृति में जन्मदिन पर फूंक मारकर दीपक को बुझाना अशुभ माना गया है। उन्होंने लोगों को सादा जीवन व्यतीत करने व प्रभु का सिमरन करने के लिए प्रेरित किया।