धान में 17 फीसद से अधिक नमी होगी तो नहीं उठाएंगे : जिंदल
संवाद सहयोगी मालेरकोटला (संगरूर) राइस मिल एसोसिएशन मालेरकोटला की बैठक प्रधान ने बैठक की।
संवाद सहयोगी, मालेरकोटला (संगरूर) :
राइस मिल एसोसिएशन मालेरकोटला की बैठक प्रधान केवल जिंदल की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान दाना मंडी मालेरकोटला में हुई घटनाओं के बारे में विचार विमर्श किया गया। जिदल ने कहा कि मार्केट कमेटी मालेरकोटला ने नमी चेक करने वाला मीटर दो फीसद नमी कम दर्शाता है, उच्चाधिकारियों के कहने पर पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना को चैक करवाया गया था, जिसके बाद अंतर पाया गया। नमी के मीटर में फर्क आने के कारण 21 अक्टूबर को अनेक ट्रक मालेरकोटला मंडी व सभी सेंटरों से अलग-अलग शैलरों को भेजे गए थे, जिसमें से केवल चार-पांच ट्रक नमी अधिक होने के कारण खरीद एजेंसियों को जानकारी देने के बाद मालेरकोटला की मंडी में वापस भेज दिए गए। अगले दिन भी सुबह मंडी में लिफ्टिग का काम जारी था, परंतु दोपहर को लोकल अनाज मंडी के आढ़तियों ने ट्रकों की लोडिग बिना वजह बंद कर दी, जबकि काम ठीक चल रहा था। 23 अक्टूबर को केवल मालेरकोटला मंडी को छोड़कर सभी स्टेशनों पर ठीक काम चल रहा था। इसी दिन एएफएसओ की अगुआई में मालेरकोटला की मार्केट कमेटी में बैठक हुई, जिसमें आढ़तियों के प्रधान ने शैलर मालिकों को 18 फीसदी नमी तक का धान को उठाने के लिए कहा, जबकि सरकारी मापदंडों अनुसार 17 फीसदी नमी की तय है। इस घटनाक्रम में शैलर सही मापदंडों के अनुसार धान स्टोर करने के लिए तैयार थे। मालेरकोटला के अलावा बाकी खरीद केंद्रों पर धान आता रहा व धान उतारा गया। शैलर मालिकों ने लिफ्टिग से कभी इंकार नहीं किया, बल्कि कार्य लगातार जारी रखने के लिए तैयार थे। उन्होंने मांग की कि कार्य में कोई भी किसी प्रकार से विघ्न डालने का प्रयास न करें। शैलर मालिक निर्धारित मापदंडों के अनुसार ही स्टोरेज करेंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि अनाज मंडी में अधिक नमी वाले धान को बोरियों में न भरा जाए, अगर कोई अधिक नमी वाला धान बारदाने में भरता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।