संगरूर में छह एमएम बारिश, ओले भी पड़े
जागरण टीम, संगरूर : वीरवार की सुबह इलाके में अचानक आसमान में घने बादल छाए व तुरंत तेज बरसात के सा
जागरण टीम, संगरूर :
वीरवार की सुबह इलाके में अचानक आसमान में घने बादल छाए व तुरंत तेज बरसात के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। तेज रफ्तार से गिरे ओलों से सडकें सफेद चादर में लिपटने लगीं, लेकिन कुछ ही मिनट में ओलावृष्टि बंद हो गई। वीरवार को इलाके में औसतन 6 एमएम बरसात हुई, हल्की ओलावृष्टि के कारण ठंड बढ़ गई। बरसात के तुरतं बाद मौसम फिर बदल गया व तेज धूप निकली, लेकिन फिर चंद पलों में बादल घिर गए। पल पल बदलते मौसम ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया। शहर में कई जगहों पर जलजमाव के हालात बन गए। प्रभावित हो सकती है गेहूं की फसल
दूसरी तरफ ओलावृष्टि व बारिश होने से किसानों के चेहरे मुरझा गए। किसान नेता दरबारा ¨सह छाजला ने कहा कि बारिश व ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल को नुक्सान होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अब गेंहू की फसल में दाना उग रहा है व बारिश के कारण इस प्रक्रिया में रुकावट आएगी। इस कारण गेहूं का झाड़ प्रभावित हो गया।
बड़े नुकसान से रहा बचाव
किसान दर्शन ¨सह, परमजीत ¨सह, दीदार ¨सह ने कहा कि वीरवार को ओलावृष्टि व बरसात होने पर किसान बेहद ¨चतित हो गए थे, लेकिन कुछ समय ही बरसात बंद हो गई, जिससे गेहूं की फसल का नुकसान होने से बच गया, क्योंकि अगर ज्यादा बरसात होती तो खेतों में पानी जमा रहने से फसल को नुकसान हो सकता था। ओले पड़ने से फसल की बल्लियों को हल्का नुकसान होने की आशंका है। आलु की फसल को नुकसान, किसान परेशान
आलू की काश्त करने वाले रामदियाल ¨सह, रेशम ¨सह ने कहा कि मौसम साफ रहने से आलू की फसल अच्छी तरह से विकसित हो जाती है, लेकिन अब पिछले दिनों से बरसात के कारण बिजली भी चमक रही है, जिससे आलू की फसल को नुकसान हो जाता है। आज बरसात तेज नहीं हुई, लेकिन अगर अगले दिनों में बरसात तेज हुई तो आलू की फसल बर्बाद हो जाएगी। नुकसान से बची फसलें, ¨चता न करें किसान
जिला खेतीबाड़ी अफसर डा. बलदेव ¨सह ने कहा कि अधिक बरसात नहीं हुई है, जिस कारण फसलों का किसी प्रकार का नुकसान होने से बचाव रहा है। किसान कतई ¨चता न करें, हल्की बरसात फसलों के लिए फायदेमंद है, ¨कतु खेतों में पानी जमा न होने दें। उन्होंने कहा कि सुनाम इलाके में ओलावृष्टि हुई है, लेकिन फसलें नुकसान से बच गई हैं।