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रेलवे ट्रैक हुआ खाली, संगरूर स्टेशन पर पहुंचा यूरिया

संवाद सहयोगी संगरूर किसान संगठनों ने मालगाडियों को चलाने के लिए रास्ता दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 07:00 AM (IST)
रेलवे ट्रैक हुआ खाली, संगरूर स्टेशन पर पहुंचा यूरिया

संवाद सहयोगी, संगरूर : कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ 29 किसान संगठनों का चल रहा रेल रोको आंदोलन को 23वें दिन भी जारी रहा, लेकिन मालगाड़ियों को रास्ता देने से जरूरी सामानों का आवागमन शुरू हो गया। इस क्रम में शुक्रवार को यूरिया लेकर एक मालगाड़ी संगरूर स्टेशन पर पहुंची, जिसे अनलोड करने का काम शुरू कर दिया गया है।

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गौर हो कि पिछले 22 दिन से बेरोजगार बैठे पल्लेदार व मजदूरों को भी रेलवे ट्रैक खाली होने के बाद रोजगार मिला। किसानों ने रेल पटरी को माल गाड़ियों के लिए खाली कर प्लेट फार्म पर धरना प्रदर्शन किया। किसानों ने केंद्र सरकार व प्रधनमंत्री मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। कुल हिद किसान सभा के प्रांतीय सचिव बलदेव सिंह निहालगढ़, जम्हूरी किसान सभा के कार्यकर्ता सर्वजीत सिंह गुरमीत सिंह, हरजीत सिंह मंगवाल, गुरमती सिंह भट्टीवाल, मंगत राम लोंगोवाल, बलवीर सिंह झलूर ने कहा कि चार नवंबर तक रेलवे ट्रैक को कोयला, खाद व अनाज की मालगाड़ियों के लिए खोला गया है, ताकि जहां कहीं पर भी किल्लत है, वहीं पर यह सामग्री पहुंचाई जा सके। लेकिन पैसेंजर रेलगाड़ियों को गुजरने नहीं दिया जाएगा। साथ ही अगर केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को रद न किया तो रेलवे ट्रैक दोबारा से बाधित किए जाएंगे। प्लेटफार्म पर धरना दिन रात जारी रहेगा। शुक्रवार को यूरिया खाद की मालगाड़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंची, जिसके बाद यूरिया खाद को ट्रकों के माध्यम से गोदामों तक पहुंचाने का काम आरंभ हुआ। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर रेलवे कर्मचारी व पुलिस बल भी मौजूद रहा। मालगाड़ियों के आवागमन खुलने से कोयला व खाद सहित अन्य सामग्री आनी शुरू हो गई है।

मजदूर नंबरदार सिंह, फैजल अहमद, शमशेर सिंह, नराता राम ने कहा कि 22 दिन से काम न मिलने के कारण वह परेशानी के दौर से गुजर रहे थे, क्योंकि मालगाड़ियों पर ही उनकी रोजी रोटी निर्भर करती है।


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