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डीसी दफ्तर में घुसकर संगठनों ने किया केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन

संगरूर कुल हिद किसान संघर्ष तालमेल कमेटी पंजाब के आह्वान पर दस संघर्षशील किसान संगठनों ने प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 04:46 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 04:46 PM (IST)
डीसी दफ्तर में घुसकर संगठनों ने किया केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, संगरूर :

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कुल हिद किसान संघर्ष तालमेल कमेटी पंजाब के आह्वान पर दस संघर्षशील किसान संगठनों के सदस्य शुक्रवार को अपनी मांगों की पूर्ति के लिए जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के भीतर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करने को घुस गए। प्रदर्शनकारियों ने डीसी के दफ्तर के गेट तक पहुंच गए, जिसके बाद पुलिस ने गेट बंद करके उन्हें आगे जाने से रोक लिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वहीं पर धरना लगा दिया। मौके पर पहुंचे सहायक कमिश्नर अंकुर महेंदू्र महेंद्रू ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री पंजाब के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

जम्हूरी किसान सभा के भीम सिंह, उधम सिंह संतोखपुर, बीरबल सिंह, निर्मल सिंह, कुल हिद किसान सभा पंजाब के महासचिव बलदेव सिंह ने कहा कि केंद्र व पंजाब सरकार किसानों, मजदूर, मुलाजिमों सहित हर वर्ग विरोधी नीतियां बनाकर देश की जनता को लूट रही हैं। उन्होंने केंद्र व पंजाब सरकार से पंजाब व देश के अन्य किसानों के सहकारी सभाएं, बैंकों, निजी बैंकों, आढ़तियों से लिए सभी कर्ज माफ करने, खेतीबाड़ी फसलों के भाव (सी- 2) से ऊपर 50 प्रतिशत मुनाफा देकर तय करने, फसलों का भाव कम से कम समर्थन मूल्य से छह महीने पहले तय करने, किसानों को फसलों का बीमा करने के लिए सरकार किश्तें भरें, मुआवजा रकम किसानों को देने, फसल की अदायगी रकम सीधा बैंक खातों में डालने, पशु पालन, मुर्गी पालन, सूअर पालन, बागबानी जैसे धंधे करने वालों को दस हजार रुपये महीना पेंशन देने, खेती करने योग्य प्रत्येक जमीन पर पानी का प्रबंध करने, गन्ने का बकाया समेत ब्याज गन्ना उत्पादक किसानों को देने, आवारा पशुओं का सरकारी तौर पर प्रबंध हो, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत व विशाल करने, जिन किसानों के पास मोटर नहीं उन्हें डीजल पर सब्सिडी देने, धान की फसल पर 500 रुपये प्रति क्विटल बोनस देने, पराली का प्रबंध सरकार खुद करे या किसानों को पराली का प्रबंध करने के लिए 200 रुपये प्रति क्विटल बोनस अलग से देने, बाढ़ से तबाह हुई फसल का प्रति एकड़ चालीस हजार रुपये मुआवजा देने, पशुधन, मकान व अन्य जानी माली नुकसान की भी भरपाई करने की मांग की।

इस मौके पर मेजर सिंह महासचिव कुल हिद किसान सभा पंजाब, गुरमीत सिंह, मग्घर सिंह घोड़ेनाब, पंजाब किसान यूनियन स्वर्ण सिंह, बलविदर सिंह, सतवंत सिंह आदि उपस्थित थे।


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