संगरूर में भी दुकानदारों ने की नारेबाजी
मिनी लाडडाउन में केवल जरूरी वस्तुओं की ही दुकानों खोलने के पंजाब सरकार द्वारा जारी की गई हिदायतों के बाद व्यापारियों में सरकार के प्रति रोष पाया जा रहा है।
जागरण टीम, सुनाम/दिड़बा (संगरूर) : मिनी लाडडाउन में केवल जरूरी वस्तुओं की ही दुकानों खोलने के पंजाब सरकार द्वारा जारी की गई हिदायतों के बाद व्यापारियों में सरकार के प्रति रोष पाया जा रहा है। मंगलवार को दूसरे दिन सुनाम ऊधम सिंह वाला में कपड़ा व्यापारियों ने दुकानें न खोलने पर पंजाब सरकार के खिलाफ अग्रसेन चौक में धरना लगा दिया।
कपड़ा व्यापारी राजीव कुमार, दीपक कुमार ने बताया कि पंजाब सरकार हर दिन अपने नए फरमान लागू कर व्यापारियों से धक्का कर रही है। शहर में मीट, अंडे, मोबाइल रिपेयरिग की दुकानें व शराब के ठेके खुले हैं जबकि अन्य दुकानों को बंद कर रखा है। पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पंजाब सरकार पंजाब में पूर्ण लाकडाउन लगाए या सभी दुकानदारों खोलने की इजाजत दे। मौके पर पहुंचे डीएसपी बलजिदर सिंह पन्नू ने कपड़ा व्यापारियों से बातचीत करते हुए कहा कि कोविड 19 के चलते पंजाब सरकार द्वारा सख्ती बढ़ा दी गई है, जिन दुकानों को खोलने के निर्देश है, वहीं खोलने की इजाजत दी जाएगी, लेकिन फिर भी वह इस मामले को उच्च अधिकारियों के सामने रखेंगे।
उधर, दिड़बा में शहर में छोटे व्यापारियों व दुकानदारों ने पंजाब सरकार द्वारा लगाए गए मिनी लाकडाउन को परेशानी का सबब करार दिया। पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और फैसले को वापस लेने की मांग की। मुख्य बाजार लिक रोड पर किए प्रदर्शन के दौरान दुकानदार सुरिदर कुमार, नरेश कुमार, पाल चंद, हरी सिंह, अशोक चंद आदि ने कहा कि शहर में आधी दुकानों को लाकडाउन से छूट दी गई है। सरकार उनसे पक्षपात कर रही है। वह पहले से ही पिछले वर्ष लगे लाकडाउन से लेकर अब तक आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुके हैं। अब दोबारा सरकार लाकडाउन लगाकर उन्हें खुदकुशी करने पर मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि काम बंद होने से दुकान का किराया, बिल, घर की जरूरतें, बच्चों की फीस तक भरना मुश्किल हो चला है।