जनऔषधि दिवस पर नेताजी करते रहे दावा, काउंटर से खाली हाथ लौटते रहे मरीज
संगरूर जनऔषधि केंद्र में दवाइयों की कमी से मरीजों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना।
संवाद सहयोगी, संगरूर :
केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे जन औषधि केंद्रों से सस्ते दाम पर मिलती दवाइयों का अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिलाने व लोगों को इसकी जानकारी देने के लिए शनिवार को जिन भाजपा द्वारा जनऔषधि दिवस के रूप में मनाया गया। मरीजों को प्रेरित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाइव तरीके से देश की जनता को जन औषधि केंद्रों की जानकारी दी।
वहीं शनिवार को सिविल अस्पताल व सिटी पार्क रोड पर मौजूद जन औषधि केंद्रों पर लोगों को सस्ते दाम पर मिलती दवाइयों का अधिक से अधिक लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। जबकि इस दौरान सिविल अस्पताल के जनऔषधि केंद्र पर दवाइयों की कमी पाई गई, जिस कारण मरीजों को बिना दवा के ही वापस लौटना पड़ रहा था। भाजपा के प्रदेश सचिव जगदीप सिंह व भाजपा के जिला प्रधान रणदीप दियोल ने मौके पर ही इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए संबंधित डाक्टर व एसएमओ को इस समस्या से अवगत करवाया तथा जल्द ही दवाएं मुहैया करवाने की हिदायत दी।
प्रांतीय सचिव जगदीप सिंह व जिला प्रधान रणदीप सिंह दियोल ने कहा कि पंजाब सरकार राजनीति से ऊपर उठकर केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न जिलों में चल रहे जन औषधि केंद्रों बाबत मरीजों को बताए, ताकि अधिक से अधिक लोग इन पर सस्ती दवा का लाभ ले सकें। जन औषधि केंद्र से प्रत्येक महीना तकरीबन दो लाख रुपये की दवाएं बिकती हैं, जो नाममात्र दामों पर ही मरीजों को मुहैया करवाई जाती हैं। इस केंद्र पर मरीजों को बाजार की कीमत से बेहद कम दाम पर दवाएं मुहैया करवाई जाती हैं। नहीं मिली जन औषधि केंद्र व अस्पताल से गर्म पट्टी : अमरीक सिंह
गांव खुराना से अस्पताल में इलाज के लिए आए अमरीक सिंह ने बताया कि वह हड्डियों वाले डॉक्टर के पास दवा लेने आया था। डॉक्टर ने उसके गर्म पट्टी लाने के लिए कहा, वह गर्म पट्टी लाने के लिए पहले अस्पताल में मौजूद दवा केंद्र पर गया, जहां से पट्टियां नहीं मिली। इसके बाद जन औषधि की दुकान पर पहुंचा, लेकिन अफसोस कि यहां पर भी पट्टी नहीं मिल पाई। लिहाजा उसे बाहर से महंगे दाम पर गर्म पट्टी खरीदनी पड़ी। अस्पताल में अस्थमा की दवा नहीं मिली : रानी
नई अनाज मंडी से अस्थमा की दवा लेने आई रानी देवी ने कहा कि वह अस्पताल में अस्थमा की दवा लेने आई थी। वह डॉक्टर द्वारा लिखी दवा लेने के लिए अस्पताल के दवा केंद्र पर गई, लेकिन दवा नहीं मिली। जन औषधि केंद्र में भी गई मगर उन्हें कहीं दवा नहीं मिली। अगर सरकार सस्ती या मुफ्त दवा देने का ढिडोरा पीटती है तो इन केंद्रों पर दवाएं भी मुहैया करवाई जानी चाहिए। डाक्टर लिखें साल्ट, नहीं होगी दवा की कमी : एसएमओ
भाजपा नेतागण ने केंद्रों में दवा न मिलने पर मरीजों को साथ लेकर संबंधित डॉक्टर व एसएमओ को इस समस्या से अवगत करवाया। समस्या को गंभीरता से लेते हुए सिविल अस्पताल संगरूर के एसएमओ कृपाल सिंह ने कहा कि उनके द्वारा जरूरतमंद मरीजों को जन औषधि दुकान के बारे में जागरूक किया जाता है। उन्होंने सभी डाक्टरों को दवाओं के सॉल्ट लिखने की हिदायत दी, ताकि मरीज अस्पताल के इन केद्रों से ही दवा प्राप्त कर सकें। केंद्रों में दवा की कोई कमी पेश नहीं आने दी जाएगी।