कोरोना को हराने के लिए पुलिस ने संभाला मोर्चा, आप रहें घर में
संगरूर कर्फ्यू के दौरान डंडे का डर दिखाकर लोगों की हिफाजत करने वाली पुलिस अब लोगों को इमरजेंसी सेवाएं पहुंचाने में भी अहम रोल अदा कर रही है। महामारी के इस दौरा में जहां प्रशासन लोगों तक राशन दवाएं सब्जियां इत्यादि सहित हर सुविधा पहुंचाने के लिए भ्रस्क प्रयास कर रहा है वहीं पुलिस प्रशासन पुलिस इमरजेंसी सर्विसिस एप के माध्यम से लोगों को आपातस्थिति में सेवाएं दे रही है। संगरूर के एसएसपी डा. संदीप गर्ग ने पहलकदमी करते हुए पुलिस लाइन में स्पेशन कोविड पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किया है व पुलिस इमरजेंसी सर्विसिस एप बनाकर लोगों को छह इमरजेंसी सेवाएं मुहैया करवाई जा रही है। अब तक इस एप के माध्यम से 1600 से अधिक लोग सेवा प्राप्त कर चुके हैं व रोजाना सौ से अधिक लोग इन हैल्पलाइन नंबरों व एप का इस्तेमाल कर रहे हैं।
मनदीप कुमार, संगरूर :
कर्फ्यू के दौरान डंडे का डर दिखाकर लोगों की हिफाजत करने वाली पुलिस अब लोगों को इमरजेंसी सेवाएं पहुंचाने में भी अहम रोल अदा कर रही है। महामारी के इस दौरा में जहां प्रशासन लोगों तक राशन, दवाएं, सब्जियां इत्यादि सहित हर सुविधा पहुंचाने के लिए पूरा प्रयास कर रहा है, वहीं पुलिस प्रशासन पुलिस इमरजेंसी सर्विसिस एप के माध्यम से लोगों को आपात स्थिति में सेवाएं दे रही है। संगरूर के एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग ने पहलकदमी करते हुए पुलिस लाइन में स्पेशन कोविड पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किया है व पुलिस इमरजेंसी सर्विसेज एप बनाकर लोगों को छह इमरजेंसी सेवाएं मुहैया करवाई जा रही है। अब तक इस एप के माध्यम से 1600 से अधिक लोग सेवा प्राप्त कर चुके हैं व रोजाना सौ से अधिक लोग इन हेल्पलाइन नंबरों व एप का इस्तेमाल कर रहे है। महिला की कटी उंगलियां, डीएमसी पहुंचाया
स्थानीय गुरु नानकपुरा मोहल्ला में एक महिला की घरेलू कामकाज करते हुए अंगुलियां कट गई। आपात स्थिति में महिला के पुत्र ने संगरूर पुलिस के कोविड हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करके इमरजेंसी सेवा की मांग की, जिस पर पुलिस ने तुरंत पीड़ित को एंबुलेंस सेवा मुहैया करवाई। एंबुलेंस की मदद से पीड़िता को इलाज के लिए डीएमसी लुधियाना ले जाया गया, जहां महिला का इलाज समय पर आरंभ होने से उसे काफी राहत मिली। रात को विधवा के घर पहुंचाया गैस सिलेंडर
कर्फ्यू के कारण लोग घरों में बंद हैं। ऐसे में सुनाम की परमानंद बस्ती में रहती एक विधवा महिला व उसकी एक लड़की घर पर अकेले थे। घर पर गैस सिलेंडर खत्म होने के कारण परिवार खाना बनाने से असमर्थ था। महिला ने पुलिस की उक्त एप का इस्तेमाल करके गैस सिलेंडर की मांग की तो महिला के घर रात को ही गैस सिलेंडर पहुंचाया गया। आपात स्थिति में दवाएं व टैस्ट की सुविधा दिलाई
सुनाम के माडल टाउन इलाके से एक महिला को आपातस्थिति में दवाइयां व टेस्ट की सुविधा की जरूरत थी। पुलिस एप के माध्यम से महिला को घर पर ही मेडिकल टेस्टों की सुविधा दिलाई तथा रिपोर्ट महिला के घर पर पहुंचाई गई। साथ ही महिला की जरूरत अनुसार दवाएं भी महिला के घर पहुंचाई, जबकि महिला दो दिन से दवाईयों के लिए परेशान थी। डेयरी संचालक को दिलाई वेटरनरी डाक्टर की मदद
संगरूर में डेयरी फार्म चलाने वाले एक पशु पालक को अपने बीमार पशुओं के चैकअप के लिए वेटरनरी डाक्टर की जरूरत थी। पुलिस की एप के माध्यम से उन्होंने मदद की गुहार लगाई तो संबंधित वेटरनरी डाक्टर की सुविधा पशु पालक को मुहैया करवाई गई। साथ ही पशुओं को देने के लिए दवा दिलाई गई, जिससे पशु पालक ने राहत महसूस की व पुलिस प्रशासन का धन्यवाद भी किया। इन नंबरों पर करें संपर्क, या डाउनलोड करें एप
पुलिस इमरजेंसी सर्विसिस एप को गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। एप के माध्यम से लोग मेडिकल इमरजेंसी, वेटरनरी डॉक्टर, प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, घरेलू गैस व गरीब व जरूरतमंदों तक मुफ्त खाना मुहैया करवाने की सुविधा उपलब्ध है। ये हेल्पलाइन नंबर भी कर रहे काम
इसके अलावा 91155-21024, 91155-21025, 91155-21026, 91155-21027, 91155-21028 हेल्पलाइन नंबरों पर फोन करके भी मदद ले सकते हैं। सेवा के लिए हर समय प्रयासरत : एसएसपी
एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग का कहना है कि लोगों की सेवा के लिए पुलिस प्रशासन हर समय तैयार है। महामारी से लोगों क बचाकर रखना जहां पुलिस का कर्तव्य है, वहीं कर्फ्यू के माहौल में लोगों को उनके घरों में ही हर इमरजेंसी सेवा मिल सके, इसका प्रयास जारी है। कोविड कंट्रोल रूम के पांच हैल्पलाइन नंबरों पर 24 घंटे लोगों की मदद के लिए चालू हैं। साथ ही पुलिस इमरजेंसी सर्विसिस एप के लोगों को हर सुविधा प्रदान कर रही है। लोगों का रुझान लगातार एप के प्रति बढ़ रहा है। उक्त एप लोगों के लिए काफी मददगार बन रही है व रोजाना सौ से अधिक लोग मदद ले रहे हैं।