नौ हजार विद्यार्थियों ने दी रामानुजन गणित अवार्ड परीक्षा
पिछले छह वर्षों से आरंभ हुए रामानुजन जिला स्तरीय गणित अवार्ड परीक्षा ने अब संगरूर जिले के साथ ही पटियाला जिले में भी अपनी धाक जमा ली है।
जागरण संवाददाता, संगरूर
पिछले छह वर्षों से आरंभ हुए रामानुजन जिला स्तरीय गणित अवार्ड परीक्षा ने अब संगरूर जिले के साथ ही पटियाला जिले में भी अपनी धाक जमा ली है। रविवार को छठी रामानुजन गणित परीक्षा जिला संगरूर व पटियाला के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित 35 परीक्षा केंद्रों में आयोजित की गई। इसमें तीन ग्रुपों के नौ हजार छात्रों द्वारा उत्साहपूर्वक भाग लिया गया। सरकारी स्कूलों के बच्चों में गणित विषय प्रति रूचि पैदा करने तथा गणित जैसे मुश्किल विषय को रोचक बनाने के लिए आरंभ की यह परीक्षा विद्यार्थियों का ज्ञान बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रही है। परीक्षा के प्रबंधक देवी दयाल ने बताया कि परीक्षा दौरान छात्रों को तीन ग्रुपों सब जूनियर ग्रुप में चौथी से पांचवी, जूनियर ग्रुप में छठी से आठवीं तक व सीनियर ग्रुप में नौवीं से दसवीं कक्षा के छात्र शामिल हुए। विद्यार्थियों की यह परीक्षा ओएमआर शीट पर करवाई गई। लहरागागा के परीक्षा केंद्र पर दिव्यांग छात्र जश्नदीप सिंह गांव कालबंजारा ने अपने पैरों से ओएमआर शीट पर परीक्षा दी। यह विद्यार्थी अन्य विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बना। परीक्षा केंद्र के लिए जिले भर में विभिन्न परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए। परीक्षा का परिणाम 22 दिसंबर को श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिन पर घोषित किया जाएगा। सीनियर ग्रुप में अव्वल रहने वाले छात्र को रामानुजन गणित अवार्ड 5100 रुपये नकद व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। जबकि जूनियर ग्रुप में अव्वल रहने वाले छात्र को रामनुजन अवार्ड 3100 नकद राशि व सब जूनियर ग्रुप में रामानुजन गणित अवार्ड 2100 रूपये नकद राशि व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। कामरेड भीम सिंह सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल में गणित शास्त्री रामानुजन की याद में रामानुजन गणित परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें डेढ दर्जन स्कूलों के सीनियर व जूनियर वर्ग के 400 छात्रों ने हिस्सा लिया। तरसेम सिंह व मनप्रीत सिंह ने बताया कि परीक्षा के लिए पहले से ही सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए थे। जिसके तहत परीक्षा सफलतापूर्वक संपूर्ण हो गई। इस मौके प्रिसिपल गुरतेज सिंह, सुखविदर सिंह जनाल, लवदीप शर्मा, सहदेव सिंह, राजिदर सिंह, सतगुर सिंह के अलावा स्कूल स्टाफ उपस्थित था।